मानव तस्करी की शिकार कम उम्र की लड़कियों से डीसी ने कहा- आप पढ़े, रूके नहीं, पढ़ाई में मैं सहयोग करूंगा

दुर्जय पासवान, गुमला गुमला शहर के ज्ञान आश्रय बालगृह जवाहर नगर में रहने वाली मानव तस्करी की शिकार लड़कियों में मंगलवार को नववर्ष का उत्साह देखा गया. घर व परिवार से दूर बालगृह में रहने वाली लड़कियों के चेहरे पर खुशी बांटने गुमला डीसी शशि रंजन, उनकी धर्मपत्नी प्रेया, एलआरडीसी अंजना दास व सीडब्ल्यूसी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 1, 2019 10:48 PM

दुर्जय पासवान, गुमला

गुमला शहर के ज्ञान आश्रय बालगृह जवाहर नगर में रहने वाली मानव तस्करी की शिकार लड़कियों में मंगलवार को नववर्ष का उत्साह देखा गया. घर व परिवार से दूर बालगृह में रहने वाली लड़कियों के चेहरे पर खुशी बांटने गुमला डीसी शशि रंजन, उनकी धर्मपत्नी प्रेया, एलआरडीसी अंजना दास व सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन शंभु सिंह पहुंचे थे. करीब दो घंटे तक बालगृह में अधिकारी रहे.

इस दौरान डीसी की पत्नी प्रेया व एलआरडीसी अंजना दास ने बच्चों के साथ हाथ जोड़कर नृत्य किया. पूरा माहौल खुशनुमा था और बच्चे काफी उत्साहित थे. मौके पर मंचीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीसी शशि रंजन ने बच्चों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी और कहा कि बच्चे मन लगाकर पढ़ें. प्रशासन से जो भी आवश्यकता होगी. सहयोग की जायेगी.

उन्‍होंने कहा कि पढ़ाई करते हुए आप बच्चे आगे बढ़ें. बीच रास्ते में न रूके. कहीं दिक्कत है तो बताये. मैं उन समस्याओं को दूर करूंगा. डीसी की धर्मपत्नी प्रेया ने भी बच्चों का मनोबल बढ़ाया. उन्होंने भी बच्चों से मन लगाकर पढ़ने व किसी के बहकावा में आकर पलायन नहीं करने की नसीहत दी.

एलआरडीसी सह प्रभारी जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अंजना दास ने भी बच्चों को नववर्ष की शुभकामनाएं दी और कहा कि बच्चों के पुनर्वास हेतु हम प्रयत्‍नशील रहते हैं. बच्चे बालगृह से जायेंगे तो उनका पूर्ण निगरानी की जाती है. ताकि उन्हें कोई परेशानी ना हो. वह अच्छे से पढ़ाई या ट्रेनिंग ले सकें. उन्होंने भी बच्चों के साथ नृत्य किया.

सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन शंभु सिंह ने कहा कि पहले डीसी शशि रंजन जी हैं जो बालगृह में बच्चों के साथ समय दे रहे हैं. हमारे डीसी जितने बड़े पदाधिकारी हैं. उतना ही बड़ा उनका दिल भी है. आज नये वर्ष का उत्सव अपनी धर्म पत्नी के साथ आकर बालगृह में बच्चों के साथ मना रहे हैं.

उन्होंने कहा कि जिन बच्चों को अपने मां बाप से प्यार नहीं मिल पाता है. उसे समाज से प्यार मिलना चाहिए. मौके पर सीडब्ल्यूसी की सदस्य कृपा खेस, बालगृह की इंचार्ज रूणा सिंह, सोनामिका, अनामिका कुमारी, रूबी कुमारी, श्‍वेता कुमारी, शीला सिंह, अंजली कुमारी, राखी कुमारी, सीमा कुमारी, सुशील कुमार सहित कई लोग थे.

Next Article

Exit mobile version