।। जगरनाथ ।।
गुमला : एक्शन ऐड, बाल सखा एवं जिला प्रशासन गुमला के संयुक्त तत्वावधान में बच्चों के उन्मुख तस्करी प्रोटोकॉल और राष्ट्रीय कानूनी सुरक्षा विषय पर बुधवार को सूचना भवन सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया.कार्यक्रम में उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि तस्करी से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम लगातार चलाने की आवश्यकता है, खासकर गुमला जिले में.
उपायुक्त ने कहा कि बच्चों के तस्करी से संबंधित घटनाक्रम के पीछे स्थानीय वजह है. जिसमें स्थानीय लोग ही जिम्मेदार है. इसके पीछे पूरा तंत्र काम करता है. वह भी संगठित रूप से.उपायक्त ने कहा कि बच्चों के तस्करी को रोकने के लिए दो-चार माह कार्य कर रोकना संभव नहीं है. तस्करी को रोकने के निरंतर प्रयास करते रहना होगा.
प्रशासन एवं सरकार के द्वारा लगातार तस्करी को रोकने के लिए कार्य किया जा रहा है. उपायुक्त ने कहा कि सरकार बच्चों के लिए कई प्रकार की कल्याणकारी योजनायें चला रही है. परंतु जागरूकता की कमी के कारण कुछ सुदूरवर्ती क्षेत्रों में योजनाओं की जानकारी नहीं पहुंच पा रही है. जिस कारण क्षेत्र के बच्चों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
उपायुक्त ने कहा कि दलाल अभिभावकों को बरगलाकर बच्चों का तस्करी करते हैं. इसके निदान के लिए ग्रामीण क्षेत्रों का लगातार मोनेटरिंग करने और दलालों पर नजर रखने की जरूरत है. दलालों पर नजर रखें तो तस्करी की समस्या स्वत: ही समाप्त हो जायेगी.
कार्यक्रम को एक्शन ऐड की शरद कुमारी, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शंभु सिंह व बाल सखा के राज्य समन्वयक पियुस सेन गुप्ता ने संबोधित किया. मौके पर मुख्यालय डीएसपी विकास कुमार पांडेय, सिविल सर्जन डॉक्टर सुखदेव भगत, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी संजय कुमार, प्रोवेशन ऑफिसर वेद प्रकाश तिवारी, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य अलख नारायण सिंह, राहुल प्रवीण सहित विभिन्न एनजीओ के प्रतिनिधि उपस्थित थे.