दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने वर्ष 2018 में मिली सफलताओं को लेकर अपने कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की है. उन्होंने लोगों से कहा है कि आप चैन की नींद सोएं. आपकी सुरक्षा के लिए पुलिस है. उन्होंने वर्ष 2018 में अपराध के शीर्ष में आयी कमी पर गुमला पुलिस के कार्यो की प्रशंसा की है. श्री सिन्हा ने कहा कि गुजरा वर्ष पुलिस के लिए सफलताओं से भरा पड़ा है. नक्सल अब समाप्ति की ओर है. 2018 में दो-तीन घटनाओं को छोड़ दें तो पूरे साल नक्सली नतमस्तक नजर आये हैं. उन्हें कहीं भी बड़ी घटना को अंजाम देने का मौका नहीं मिला. बल्कि पुलिस ही नक्सलियों, उग्रवादियों व अपराधियों पर हावी रही है.
उन्होंने कहा कि जहां भी सूचना मिली है. 24 घंटे पुलिस उस सूचना पर कार्रवाई करने के लिए जागती रही है. लोगों की सुरक्षा पुलिस की जिम्मेवारी है. उस जिम्मेवारी को पुलिस ने निभाया है. गुमला जिले में अपराध कम हुआ तो विकास की गति में तेजी आयी है. उन्होंने मुख्यधारा से भटके युवाओं को मुख्यधारा में लौटने की अपील की है. साथ ही माता-पिता से अपील की है कि आप अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दें. ताकि वे गलत रास्ते पर न जा सके.
उन्होंने कहा कि पीएलएफआई व भाकपा माओवादी के खिलाफ जहां भी कोई सूचना मिलती है. पुलिस वहां तुरंत कार्रवाई करते हुए अभियान चला रही है. पुलिस के अभियान का ही फल है कि लगातार नक्सली बैकफुट पर होते नजर आ रहे हैं. विकास का काम बाधित न हो. इसके लिए जिले में विकास का काम कर रहे संवेदकों को सुरक्षा दी जा रही है. ताकि वे पूरी मुस्तैदी के साथ विकास का काम कर सकें. पुलिस की सुरक्षा के कारण ही गांव-गांव व नक्सल क्षेत्रों में बड़ी-बड़ी पुल, पुलिया व सड़क बन रही है.
सूचना दें, मैं कार्रवाई करूंगा
एसपी ने कहा है कि मैं काम पर विश्वास करता हूं. कोई भी सूचना हो. तुरंत दें. ताकि मैं उसपर कार्रवाई कर सकूं. जनता डरे नहीं. समस्या बताए. ताकि उन समस्याओं को दूर किया जा सके.
2018 में 137 लोगों की हुई हत्या
गुमला पुलिस ने वर्ष 2018 में हुए अपराधिक घटनाओं की सूची प्रभात खबर को दी है. जिसमें एक साल में विभिन्न क्षेत्रों में हुए अपराधिक घटनाओं का जिक्र है. रिपोर्ट पर गौर करें तो वर्ष 2018 में 137 लोगों की हत्या हुई है. इसमें नक्सली घटना में एक, सामान्य में 29, डायन बिसाही में पांच, दहेज हत्या में दो मामले दर्ज हैं.
वहीं 2018 में डकैती के पांच, लूट के 24, गृहभेदन के 26, वाहन चोरी के 95, विविध चोरी के 51, विद्युत ऊर्जा चोरी के 33, दंगा के 26, अपहरण के 55, बलात्कार के 78, शस्त्र अधिनियम के 23, विस्फोटक के शून्य, रंगदारी के 30, ठगी के 46, दहेज प्रथा के 22, डायन बिसाही के 19, महिला प्रताड़ना के आठ, एसटी/एससी के 20, मादक पदार्थ के पांच, नक्सल के 19, मोटर दुर्घटना के 247 व अन्य मामलों में 320 पर केस दर्ज किये गये हैं. वहीं संज्ञेय अपराध के 33 मामले विभिन्न थानों में दर्ज किये गये हैं.