दुर्जय पासवान, गुमला
बिशुनपुर प्रखंड के टाना भगतों द्वारा महान स्वतंत्रता सेनानी जतरा टाना भगत की धरती चिंगरी की पवित्र मिट्टी को प्रशासन को देने से इंकार कर दिया है. गांव के लोगों ने कुछ दिन पहले मिट्टी प्रशासन को सौंप दी थी. परंतु अब उस पवित्र मिटटी को ग्रामीणों ने वापस ले लिया है. शुक्रवार को बीडीओ उदय कुमार सिन्हा ने भारी विरोध के बाद मिट्टी को वापस कर दिया है. बीडीओ ने प्रखंड प्रमुख रामप्रसाद बड़ाइक की उपस्थिति में जावरा टाना भगत को मिट्टी वापस की.
ज्ञात हो कि बिशुनपुर में गत दिनों आयोजित मिट्टी संग्रहण समारोह में 68 गांव के ग्राम प्रधान और टाना भगत पहुंचे थे. जहां पर चिंगरी के टाना भगतों ने चिंगरी की मिट्टी देने से प्रशासन को मना कर दिया और इसका जमकर विरोध किया. टाना भगतों ने कहा कि प्रशासन गांव की परंपरा के साथ खिलवाड़ कर रही है.
वहीं टाना भगतों के विरोध के बाद पवित्र मिट्टी को संग्रह करने की जिम्मेवारी प्रखंड प्रमुख रामप्रसाद बड़ाईक को दी गयी. इधर, शुक्रवार को जावरा टाना भगत की अध्यक्षता में बिशुनपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में एक सभा हुई. आमसभा में प्रस्ताव पारित करने के बाद टाना भगतों ने बीडीओ से मिट्टी की मांग की.
इस पर बीडीओ उदय कुमार सिन्हा ने प्रखंड प्रमुख रामप्रसाद बढ़ाईक की उपस्थिति में जावरा टाना भगत को मिट्टी सौंपी. बीडीओ ने बताया कि एक गांव का मिट्टी वापस हो गया है. शेष 67 गांवों की मिट्टी को होटवार म्यूजियम भेजा जायेगा. मौके पर भिखारी टाना भगत, बलकु टाना भगत, हरिया टाना भगत, कलुआ टाना भगत, दुखु टाना भगत, बुधराम टाना भगत, सुशील टाना भगत सहित कई लोग उपस्थित थे.