अर्द्धविक्षिप्त नाबालिग के साथ गैंगरेप, गर्भवती हुई तो भ्रूण हत्या करने को लेकर हुई पंचायत
– विक्षिप्त की हर 10-15 दिन में लुटती रही इज्ज्त दुर्जय पासवान, गुमला गुमला प्रखंड के असनी गांव में 15 वर्षीय अर्द्धविक्षिप्त लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है. आरोपियों की संख्या 15 बतायी जा रही है. इन 15 आरोपियों ने अलग-अलग दिनों में समूह बनाकर लड़की को हवश का शिकार […]
– विक्षिप्त की हर 10-15 दिन में लुटती रही इज्ज्त
दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला प्रखंड के असनी गांव में 15 वर्षीय अर्द्धविक्षिप्त लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है. आरोपियों की संख्या 15 बतायी जा रही है. इन 15 आरोपियों ने अलग-अलग दिनों में समूह बनाकर लड़की को हवश का शिकार बनाया है. लोगों के अनुसार हर 10 से 15 दिनों में लड़की की इज्जत लूटी गयी है. दुष्कर्म करने वालों में युवकों के अलावा कई शादीशुदा व्यक्ति भी थे. यहां तक कि गर्भवती होने के बाद भी उसके साथ रेप किया गया.
अभी पीड़िता चार माह के गर्भ से है. इसकी जानकारी गांव के कई लोगों को थी. लेकिन कुछ लोगों की दबंग प्रवृति व स्थानीय जनप्रतिनिधि की मिलीभगत के कारण मामला दबता रहा. शुक्रवार को जब मामला तूल पकड़ा तो असनी नीचेटोली में पंचायत हुई. जिसमें सभी आरोपी को बुलाया गया था. बैठक मुखिया अनिल कुजूर की उपस्थिति में हुई. मौके पर 60 से 70 ग्रामीण भी मौजूद थे.
बैठक के दौरान अधिकांश लोग नशे की हालात में थे. रजिस्टर बनाया गया. जिसमें आरोपियों का नाम लिखा गया. 15 आरोपी का नाम रजिस्टर में चढ़ाया गया. इसके बाद मुखिया ने उसमें चार आरोपियों का नाम काट दिया. पूरी घटना की जानकारी जब गुमला पुलिस को हुई तो थाना प्रभारी राकेश कुमार ने मुखिया से फोन पर बात की.
थाना प्रभारी ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज होगी. इधर, प्रभात खबर से बात करते हुए थाना प्रभारी ने कहा कि मामले की जांच कर सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि मामले की जांच के लिए पुलिस टीम को गांव भेजा गया था.
भ्रूण हत्या की बन रही थी योजना
शुक्रवार को मुखिया की उपस्थिति में हुई बैठक में विक्षिप्त के पेट में पल रहे नवजात की भ्रूण हत्या करने की योजना बनी थी. बैठक में आरोपियों से मुआवजा लेकर मामले को दबाने की बात चल रही थी. लेकिन तभी इसकी जानकारी मीडिया को हो गयी. मीडिया के प्रतिनिधि जब गांव पहुंचे तो पहले फोटो खींचने से रोका गया. कुछ लोग नशे में थे और न्यूज नहीं बनाने की धमकी भी दे रहे थे.
इस संबंध में जब मुखिया से बात की गयी तो उन्होंने रजिस्टर में लिखे गये आरोपियों के नाम दिखाये. लेकिन आरोपी का नाम नहीं लिखने दिया. वहीं रजिस्टर को बाद में छिपा दिया गया. मुखिया ने कहा कि यह हमारे गांव का मामला है. इसे हमलोग यहीं सलटा लेंगे. पीड़ित परिवार केस करने को तैयार नहीं है.
मुखिया ने कहा कि इस पूरी घटना की जानकारी पुलिस को भी नहीं दी गयी है. हमलोग नहीं चाहते कि गांव की बदनामी हो. इसलिए मीडिया में भी समाचार नहीं आये तो ठीक ही रहेगा. पीड़िता को न्याय दिलाने के संबंध में मुखिया ने कहा कि परिवार को सभी आरोपी मिलकर मुआवजा देंगे.