दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला शहर के चर्चित शंकर मालाकार हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है. मालाकार की हत्या व्यवसायी प्रतिद्वंदिता के कारण हुई है. हत्या का मास्टरमाइंड फूल विक्रेता अशोक जायसवाल है. जिसने सुपारी किलरों को पैसा देकर मालाकार की हत्या करवायी है. पुलिस ने अशोक जायसवाल व हत्यारे सुपारी किलर गुमला शहर के चेटर निवासी लक्ष्मण सिंह को गिरफ्तार कर पूछताछ करने के बाद जेल भेज दिया.
मालाकार हत्याकांड के मास्टर माइंड अशोक जायसवाल ने सुपारी किलरों को तीन किस्त में 47500 रुपये दिये हैं. वहीं मामला पूरी तरह दब जाने के बाद और पैसा देने का आश्वासन दिया था. वहीं मालाकार की हत्या में शामिल अन्य चार आरोपी रवि साहू उर्फ मॉडल, मिन्नत खान, देवराज व एक नाटे कद का अपराधी फरार है. पुलिस इन चारों अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी अभियान चला रही है.
गुमला एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में प्रेसवार्ता में कहा कि मालाकार के हत्यारों को पकड़ने के लिए गुमला एसडीपीओ विमल कुमार के नेतृत्व में एक स्पेशल पुलिस टीम का गठन किया गया. जिसमें थाना प्रभारी राकेश कुमार, सअनि बबलू बेसरा, आरक्षी संदीप टोप्पो, आरक्षी कारलुस मिंज, आरक्षी पवन कुमार यादव एवं थाना के सशस्त्र बल को शामिल किया गया.
इसके बाद पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर अमृत नगर चेटर निवासी अशोक जायसवाल व चेटर निवासी लक्ष्मण सिंह को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर इन दोनों ने अपना अपराध स्वीकार किया. इन लोगों ने हत्या में शामिल अन्य अपराधी रवि साहू उर्फ मॉडल, मिन्नत खान, देवराज एवं एक नाटे कद के युवक के बारे में बताया. गुमला के फूल व्यवसायी शंकर मालाकार की हत्या की साजिश हत्या से कुछ दिन पूर्व बनायी गयी थी.
अशोक जायसवाल ने व्यापार में फर्क पड़ने से हमेशा परेशान रहता था. कई बार शंकर के साथ उसकी बकझक हुई थी. जिससे नाराज होकर अशोक ने मालाकार की हत्या की योजना बनायी. जिसके लिए अशोक ने लक्ष्मण सिंह से संपर्क किया. हत्या करने के लिए अशोक ने लक्ष्मण को तीन किस्तों में पैसा दिया. पहला किस्त हत्या से 15-20 दिन पूर्व 20 हजार रुपये दिये. हत्या करने के बाद दूसरे किस्त में 2500 रुपये दिये तथा तीसरा किस्त हत्या के 25 दिन के बाद छह फरवरी को 25 हजार रुपये दिया.
आशंका सही साबित हुई
शंकर मालाकार की हत्या के बाद उसकी पत्नी ने अशोक जायसवाल पर हत्या की आशंका जतायी थी. हत्या के दूसरे दिन गुमला के लोगों ने अशोक के द्वारा हत्या कराने की आशंका जतायी थी.
आरोपी ने पुलिस को भी उलझाया
हत्या के बाद गुमला पुलिस द्वारा लगातार आरोपी अशोक से पूछताछ करने पर अशोक ने अपनी बीमारी का हवाला देते हुए इलाज के लिए वेल्लौर में होने की जानकारी दी. जिससे पुलिस का ध्यान भटक गया. इस कारण पुलिस को हत्या की गुत्थी सुलझाने में इतना समय लगा.
झांसे में रख मालाकर की हत्या की
लोहरदगा रोड गोपाल मंदिर के समीप मृतक शंकर मालाकार की फूल की दुकान है. उसकी दुकान खुलने से जशपुर रोड निवासी अशोक जायसवाल के फूलों के व्यापार में मंदी आ गयी थी. जिस कारण अशोक ने लक्ष्मण सिंह से संपर्क कर शंकर मालाकार की हत्या कराने की योजना बनायी. इसके बाद दिसंबर के अंतिम माह में अशोक ने शंकर मालाकार की हत्या करने के लिए सुपारी किलर लक्ष्मण को 20 हजार रुपये दिये.
जिसके बाद रवि साहू उर्फ मॉडल ने 15 जनवरी की शाम शंकर मालाकार को फोन कर घर में सजावट करने की बात कहकर गुमला जेल के पास बुलाया. शंकर मालाकार अपने टीवीएस से वहां पर पहुंचे. जिसके बाद रवि उर्फ मॉडल उसके टीवीएस में बैठ गया. जहां अन्य अपराधी उसके पीछे-पीछे करमटोली के मार्ग से होते हुए फुलवारटोली के एक खेत में पहुंचे. जहां मालाकार को पांचों आरोपियों ने मिल कर उसके पहने हुए मॉफलर से गला घोटकर हत्या कर दी.
हत्या करने के बाद आरोपी लक्ष्मण सिंह ने 20 जनवरी को पूर्व के केस के लिए कोर्ट खर्च के रूप में अशोक जायसवाल से 2500 रुपये लिये थे. जिसके बाद सात फरवरी को अशोक ने 25 हजार रुपये दिये और कहा कि मामला शांत हो जायेगा और किसी को कुछ पता नहीं चलेगा तो, मैं तुम्हे और पैसा दूंगा.