शिक्षक के हत्यारों को नौ महीने बाद भी नहीं पकड़ पायी पुलिस, पुलिस के खिलाफ सीएम से शिकायत
दुर्जय पासवान, गुमला वर्ष 2018 के छह अप्रैल का वह काला दिन आज भी शिक्षक भूल नहीं पाये हैं. जब पालकोट प्रखंड स्थित राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय तेतरटोली के प्रधानाध्यापक राजनाथ साहू (43 वर्ष) की अपराधियों ने हत्या कर दी थी. राजनाथ की हत्या के अब नौ महीना हो गया. लेकिन गुमला पुलिस अभी भी […]
दुर्जय पासवान, गुमला
वर्ष 2018 के छह अप्रैल का वह काला दिन आज भी शिक्षक भूल नहीं पाये हैं. जब पालकोट प्रखंड स्थित राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय तेतरटोली के प्रधानाध्यापक राजनाथ साहू (43 वर्ष) की अपराधियों ने हत्या कर दी थी. राजनाथ की हत्या के अब नौ महीना हो गया. लेकिन गुमला पुलिस अभी भी हत्यारों को पकड़ने में नाकाम साबित रही है. यहां तक कि एक पुलिस अधिकारी ने पीड़ित परिवार को इतना तक कह दिया कि इस प्रकार की हत्या में जरूरी नहीं है कि हत्यारे पकड़े ही जाते हैं.
वहीं जिले के एक वरीय अधिकारी ने मृतक शिक्षक की पत्नी से कहा कि अगर डर है तो आप शहर में ही रहें. पुलिस सुरक्षा देगी. पुलिस पदाधिकारियों के इस प्रकार की बातों से नाराज मृतक राजनाथ की पत्नी पुष्पा देवी ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को लिखित ज्ञापन सौंपा है. जिसमें उसने पुलिस के खिलाफ शिकायत की है.
सीएम से शिकायत के दौरान पुष्पा देवी रो पड़ी. यह देखकर सीएम ने एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा को निर्देश दिये हैं कि हत्यारों को पकड़े. साथ ही नौ महीना बीत जाने के बाद भी हत्यारों के नहीं पकड़े जाने से भी सीएम नाराज नजर आये. पुष्पा ने सीएम से कहा है कि पति की मौत के बाद उसके बेटे को अनुकंपा पर नौकरी मिलनी चाहिए थी. लेकिन गुमला प्रशासन द्वारा नौकरी देने की भी प्रक्रिया शुरू नहीं की है. शिक्षा विभाग भी पीड़ित परिवार से मुंह मोड़े हुए है.
प्रभात खबर को बतायी दुखभरी कहानी
पुष्पा देवी ने गुरुवार को प्रभात खबर कार्यालय पहुंचकर शिक्षक पति के हत्यारों को अभी तक पुलिस द्वारा नहीं पकड़े जाने व तरह-तरह के बहानेबाजी करने की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि जिस थानेदार के कार्यकाल में हत्या हुआ. मामला बढ़ने के बाद वे थानेदार दूसरे थाना में बदली करा लिए. निर्वतमान एसपी की भी बदली हो गयी. नये एसपी आये हैं. मैं उनसे भी मिल चुकी हूं.
उन्होंने कहा था कि हत्यारे कोई भी हो पकड़े जायेंगे. लेकिन नये एसपी भी अपना वादा पूरा नहीं कर पा रहे हैं और मुझे न्याय नहीं मिल रही है. मैं चाहती हूं कि मेरे पति के हत्यारों को पुलिस खोजे. उसे जेल भेजे. ताकि हत्यारों को फांसी की सजा हो सके. साथ ही उन्होंने गुमला प्रशासन से अपने पुत्र को अनुकंपा पर नौकरी देने की मांग की है. पुष्पा ने यह भी कहा है कि वह चुप बैठने वाली नहीं है.
उन्होंने बताया कि मैंने शुरू में अज्ञात पर केस दर्ज कराया था. लेकिन मुझे शक है कि जमीन विवाद में हत्या हुई होगी. साथ ही हत्या से पहले राजनाथ के फोन में आयी धमकी भरे फोन की जानकारी दी.
इस प्रकार हुई थी हत्या
छह अप्रैल 2018 को घटना के दिन शिक्षक राजनाथ स्कूल गया था. दो बजे स्कूल छुट्टी होने के बाद घर आ रहे थे. तभी रास्ते से अपराधियों ने उनका अपहरण कर लिया और उसकी हत्या कर दी थी. जब राजनाथ घर नहीं आया तो उसके मोबाइल पर फोन किया गया था. परंतु रिंग जाने के बाद भी रिसीव नहीं हुआ था.
जानकारी के अनुसार प्रधानाध्यापक के पद से राजनाथ साहू वर्ष 2001 से तेतरटोली स्कूल में थे. इससे पहले वे रायडीह प्रखंड में थे. रायडीह प्रखंड से बदली करके उन्हें पालकोट भेजा गया था. उनका अपना घर पालकोट प्रखंड के पिंजराडीपा में था. लेकिन कुछ सालों से गुमला शहर के शास्त्री नगर में रह रहे थे. वे हर दिन स्कूटी से ही स्कूल से आना जाना करते थे. परिजनों के अनुसार हर दिन स्कूल जाते थे. कभी भी अनुपस्थित नहीं रहते थे.
पुष्पा देवी ने कहा कि अगर पुलिस हत्यारों को नहीं पकड़ती है तो सीएम जनसंवाद व राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पास गुमला पुलिस के खिलाफ शिकायत की जायेगी. अब मैं चुप बैठने वाली नहीं हूं. मुझे न्याय चाहिए.