आंधी का कहर
आंधी-तूफान ने गुमला जिले में कहर बरपाया
गुमला : गुमला जिले में चक्रवाती तूफान फेनी से पहले मंगलवार व बुधवार की रात को आंधी-तूफान ने जम कर कहर बरपाया है. 100 से अधिक घरों की छत उखड़ गयी. इसमें कई परिवार बाल-बाल बचे. आंधी के कारण 50 से अधिक पेड़ गिर गये हैं. कुछ गांवों में बीच सड़क पर पेड़ गिर जाने से रास्ता जाम हो गया था.
ग्रामीणों ने पेड़ की डालियों को काट कर सड़क से हटाया. इसके बाद आवागमन शुरू हुआ. खरका के समीप मुख्य सड़क पर पेड़ गिरने से उससे टकरा कर घाघरा निवासी हेमंत सिंह की मौत हो गयी, जबकि उसका एक दोस्त घायल हो गया. इसी पेड़ से टकरा कर एक अन्य युवक भी घायल हुआ है.
रात होने के कारण रास्ते पर गिरा पेड़ दिखायी नहीं दिया, जिससे बाइक सवार लोग पेड़ से सीधे जा टकराये. सबसे ज्यादा नुकसान टोटो, कोटाम, पनसो, खरका, कतरी, डेवीडीह, बसुआ, फोरी, आंजन, पाकरटोली, मरवा, कुल्ही सहित आसपास के गांवों में देखने को मिला. पनसो गांव के हेमंत दुबे ने बताया कि रात करीब 7:30 बजे आंधी-तूफान आया, जिसमें दर्जनों घर की छत उखड़ गयी. इसके बाद रात करीब 8:30 पुनः तूफान आया, जिससे कई घरों की छत उखड़ गयी और पेड़ भी गिर गये. उन्होंने कहा कि किसी के जान की क्षति नहीं हुई है.
सड़क पर गिरे पेड़ की डालियों को सेना के जवानों ने हटाया. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से चुनाव ड्यूटी कर लौट रहे सेना के जवान जाम में फंस गये. ग्रामीणों के सहयोग से जवानों ने पेड़ को हटाया. इसके बाद आवागमन सुचारू हुआ. इधर, प्रस्तावित प्रखंड टोटो में आये आंधी-तूफान ने भारी तबाही मचायी. टोटो के सूर्यनाथ साहू सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की छप्पर हवा में उखड़ कर जमीन पर गिर गयी. विक्की कुमार गुप्ता ने बताया कि टोटो साप्ताहिक हाट का शेड का एसबेस्टस गिर गया.
एसबेस्टस गिरने से पास में खड़े दो ऑटो दब गये. हालांकि स्थानीय लोगों ने ऑटो को किसी तरह निकाला. इसके अलावा कई जगहों में पेड़, टहनियां आदि टूट कर गिर गयी. आंधी-तूफान में बिजली के तार भी टूट गये हैं. साथ ही कई घरों को आंशिक रूप से क्षति हुई है. भरनो से सुनील रवि ने बताया कि पंडा मसिया गांव में इमली के एक पेड़ पर वज्रपात हुआ है, जिससे पेड़ आग से धधकने लगा.
पेड़ के पास दो घर थे. बड़ी मुश्किल से आग बुझायी गयी. वहीं महेश गोप के घर पर जलती पेड़ की डाली गिरने से घर को नुकसान हुआ है. बुधवार को दूध लेकर गुमला आ रही गाड़ी पर पेड़ की डाली गिर गयी, जिससे पूरा दूध बर्बाद हो गया. चालक भी घायल हो गया.