भारी बारिश से फसल बरबाद, अब मुआवजा के लिए लगा रहे दौड़
गुमला : प्राकृतिक आपदा की शिकार बसिया प्रखंड की महिला मंडल की महिलाओं ने उपायुक्त से क्षतिपूर्ति की गुहार लगायी है. लीली महिला मंडल ओकबा तेतरटोली आजीविका से जुड़ते हुए कर्ज लेकर पहली बार ढाई एकड़ जमीन पर तरबूज, प्याज, बोदी, गोंगरा, भिंडी व टमाटर और करिश्मा महिला मंडल ओकबा डोंगीपानी ने ढाई एकड़ जमीन […]
गुमला : प्राकृतिक आपदा की शिकार बसिया प्रखंड की महिला मंडल की महिलाओं ने उपायुक्त से क्षतिपूर्ति की गुहार लगायी है. लीली महिला मंडल ओकबा तेतरटोली आजीविका से जुड़ते हुए कर्ज लेकर पहली बार ढाई एकड़ जमीन पर तरबूज, प्याज, बोदी, गोंगरा, भिंडी व टमाटर और करिश्मा महिला मंडल ओकबा डोंगीपानी ने ढाई एकड़ जमीन पर तरबूज की खेती की थी.
खेतीबारी के बाद फसल भी आना शुरू हो गया था. परंतु सात-आठ अप्रैल 2018 को अचानक से हुए ओलावृष्टि और भारी बारिश के कारण सारा फसल बरबाद हो गया. लीली महिला मंडल की अध्यक्ष जतरी तिर्की, सचिव शीलवंती बाड़ा, कोषाध्यक्ष फिलिसीता बाड़ा और महिला मंडल ओकबा डोंगीपानी की अध्यक्ष कथरीना तिर्की, सचिव फूलमनी कुजूर व कोषाध्यक्ष मेरी बारला ने बताया कि उन लोगों ने कर्ज लेकर पहली बार तरबूत व सब्जियों की खेती की थी. परंतु ओलावृष्टि व भारी बारिश में सब बरबाद हो गया.
मेहनत गया सो गया ही, साथ में पूंजी और आमदनी भी चली गयी. महिलाओं ने बताया कि ओलावृष्टि और भारी बारिश से फसल बरबाद होने के बाद बसिया अंचल में क्षतिपूर्ति की मांग को लेकर कई बार आवेदन दिये हैं. परंतु अंचल प्रशासन हमारी समस्या पर कोई दिलचस्पी ले ले रहा है. महिलाओं ने बताया कि उन लोगों ने आजीविका से जुड़ने के लिए पहली बार कुछ करने का फैसला लिया था और कर्ज लेकर खेतीबारी भी की. जो बरबाद हो गया. महिला मंडल कर्ज के बोझ तले दब गयी है. यदि क्षतिपूर्ति मिलती तो कर्ज से छुटकारा मिलता.