जगरनाथ, गुमला
जिले के प्रशासनिक अधिकारी आमजनों के समस्या के निराकरण में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. आमजन आये दिन अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. परंतु अधिकारी उनकी समस्या के निराकरण में रूचि नहीं ले रहे हैं. जिस कारण आमजन अपनी समस्या को लेकर दर-दर भटकने को विवश हैं. ऐसा ही मामला रायडीह प्रखंड अंतर्गत सुरसांग के रेंगोला मंगराटोली का है.
मंगराटोली के ग्रामीण गांव के खराब पड़े चापानल को बनवाने के लिए पंचायत के मुखिया से लेकर सरकारी अधिकारियों के कार्यालय का कई बार चक्कर लगा चुके हैं. जहां ग्रामीणों की फरियाद तो सुनी जा रही है. परंतु उसके निराकरण में किसी के द्वारा कोई रूचि नहीं दिखायी जा रही है.
मंगराटोली में गांव के ग्रामीणों के पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए दो चापानल है. जिसमें से एक चापानल पिछले दो साल से खराब है, जबकि दूसरे चापानल से काफी कम पानी निकलता है. जो गांव के लोगों के लिए नाकाफी है. ग्रामीणों ने गांव के खराब चापानल को बनवाने के लिए पंचायत के मुखिया से लेकर जिला स्तर पर पीएचइडी को कई बार आवेदन दे चुके हैं.
इसके अलावा पिछले माह ही गुमला डीसी को भी आवेदन देकर खराब चापानल को बनवाने की मांग कर चुके हैं. परंतु पंचायत प्रतिनिधि और अधिकारियों की लापरवाही कहे या उदासीनता. आज तक चापानल का मरम्मती नहीं हो सका है. इधर, मंगलवार को जनता दरबार में मंगराटोली के ग्रामीणों ने डीसी को दोबारा आवेदन देकर चापानल बनवाने की मांग की है.
मांग करने वालों में खुशमती कुमारी, रोपनी देवी, गंदुर नगेसिया, मधु बड़ाइक, संदीप टोप्पो, मोहर किसान, दिलीप तिर्की, बसंत बड़ाइक, बबीता कुमारी, रंथी कुमारी, सुधीर नगेसिया, सोहर किसान, बसंती देवी, सहद्री देवी, संपति देवी, महेश बड़ाइक, रोपना बड़ाइक, सोहानी देवी, जदु बड़ाइक सहित गांव के सभी ग्रामीण हैं. जनता दरबार में करमटोली शास्त्री नगर गुमल निवासी नूतन देवी व सिसई के सकरौली निवासी सुखराम साहू ने भी आवेदन देकर पीएम आवास योजना का लाभ देने की मांग की है.
उग्रवादी हिंसा के पीड़ित ने नौकरी मांगी
डीसी के जनता दरबार में उग्रवादी हिंसा के पीड़ित बसिया के बनई चेरोटोली के अरूण साहू ने डीसी को आवेदन देकर अनुकंपा पर नौकरी की मांग की है. अरूण ने बताया कि 12 अक्टूबर 2011 को उग्रवादियों ने उसके पिता गजेंद्र साहू की हत्या कर दी थी. जिसके आलोक में अनुकंपा समिति के निर्णयानुसार मेरा आरक्षी के पद पर नियुक्ति होनी थी. परंतु अब तक नियुक्ति नहीं हुई है. रोजगार के अभाव में घर-परिवार वालों को जीविकोपार्जन में भारी परेशानी हो रही है.
लबगा के ग्रामीणों ने राशन दिलाने की मांग की
बिशुनपुर प्रखंड अंतर्गत लबगा ग्राम के ग्रामीणों ने डीसी को आवेदन देकर राशन दुकान से राशन सामग्री दिलाने की मांग की है. राजकुमार यादव, फुलकुमारी देवी, प्रभा उरांव, छोटकु उरांव, जतरू उरांव, सुखराम उरांव, भोला उरांव, मनदीप यादव सहित अन्य लोगों ने बताया कि राशन डीलर संजय साहू द्वारा राशन सामग्री का उठाव किया गया है. परंतु ई-पॉश मशीन में खराबी के कारण किसी भी कार्डधारियों को राशन नहीं दिया जा रहा है.
राशन कार्ड बनवाने की मांग
बड़ाइक मुहल्ला गुमला निवासी शोभा देवी ने डीसी से राशन कार्ड बनवाने की मांग की है. शोभा ने बताया कि पूर्व में उसकी सास के नाम से राशन कार्ड बना हुआ था. परंतु उक्त राशन कार्ड को रद्द कर दिया गया है. राशन कार्ड रद्द होने के कारण राशन सामग्री नहीं मिल रही है. वहीं कार्ड के अभाव में 11 वर्षीय बीमार पुत्र का भी आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज नहीं करा पा रही है.