डायरिया से 11% बच्चों की होती है मौत
गुमला : स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में 28 जुलाई से आठ अगस्त तक आयोजित सघन डायरिया नियंत्रण पखवारा की सफलता को लेकर गुरुवार को सीएस डॉ एलएनपी बाड़ा ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक व जिला समाज कल्याण विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की.प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका […]
गुमला : स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में 28 जुलाई से आठ अगस्त तक आयोजित सघन डायरिया नियंत्रण पखवारा की सफलता को लेकर गुरुवार को सीएस डॉ एलएनपी बाड़ा ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक व जिला समाज कल्याण विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की.
बैठक में डीपीएम समरेश कुमार सिंह ने कार्यक्रम के उद्देश्य की जानकारी देते हुए बताया कि पांच वर्ष से कम उम्र के 11 प्रतिशत बच्चों की मृत्यु डायरिया के कारण होती है.
डायरिया से मृत्यु के लिए सघन डायरिया नियंत्रण पखवारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसके तहत 27 जुलाई तक प्रखंड स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, शिक्षा विभाग व आइसीडीएस की बैठक कर संचालन समिति का गठन किया जायेगा. इनके द्वारा गठित समिति 28 जुलाई से शुरू होने वाले कार्यक्रम का अनुश्रवण व पर्यवेक्षण करेगी.
कार्यक्रम के तहत जिला में कार्यरत 1665 सहिया डोर टू डोर विजिट कर शून्य से पांच वर्ष के बच्चों के लिए नि:शुल्क ओआरएस का पैकेट देगी. यह कार्यक्रम 28 जुलाई से दो अगस्त तक चलेगा.
इसके बाद चार अगस्त से आठ अगस्त तक सभी सहियाएं अपने संबंधित क्षेत्र में भ्रमण कर हाथ साफ करने की विधि और स्तनपान की विधि के बारे में जानकारी देंगी. इसके लिए सहियाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा. सीएस डॉ एलएनपी बाड़ा ओआरएस और जिंक टैबलेट के वितरण के लिए अलग से स्टॉल लगाने का निर्देश दिया. साथ ही सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व डिलीवरी प्वाइंट पर स्तनपान के लिए स्तनपान कॉर्नर की स्थापना करने की बात कही.
कार्यक्रम की सफलता के लिए एसीएमओ डॉ जेपी सांगा को नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है. जिला कल्याण पदाधिकारी मधुमति कुमारी ने प्रखंड स्तरीय बैठक में सभी सीडीपीओ व महिला पर्यवेक्षकों को शामिल होने का निर्देश दी. बैठक में डॉ संदीप राय, अमित कुमार, राहुल कुमार सहित सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों व प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक उपस्थित थे.