प्रशासन की लापरवाही फिर गुम हुई फूल कुमारी

गुमला :गुमला की फुल कुमारी हिमाचल प्रदेश में फिर भटक गयी. फुल कुमारी को खोजने गुमला से हिमाचल गयी प्रशासनिक टीम खाली हाथ लौट रही है. फुल कुमारी को गुमला वापस लाने 31 जुलाई को प्रशासनिक टीम हिमाचल गयी थी. 12 दिन तक टीम हिमाचल में रही, परंतु फुल कुमारी को खोज नहीं सकी. फुल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2019 1:20 AM

गुमला :गुमला की फुल कुमारी हिमाचल प्रदेश में फिर भटक गयी. फुल कुमारी को खोजने गुमला से हिमाचल गयी प्रशासनिक टीम खाली हाथ लौट रही है. फुल कुमारी को गुमला वापस लाने 31 जुलाई को प्रशासनिक टीम हिमाचल गयी थी. 12 दिन तक टीम हिमाचल में रही, परंतु फुल कुमारी को खोज नहीं सकी. फुल कुमारी के पुत्र अनुज नायक ने बताया कि उसकी मां हिमाचल से फिर कहीं चली गयी है.

हमलोग हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में खोजबीन की, परंतु मेरी मां नहीं मिली. इसलिए प्रशासनिक टीम के साथ मैं भी 14 अगस्त को गुमला लौट रहा हूं. अनुज ने कहा कि जब से आये हैं, मां की खोजबीन कर रहे हैं.

हिमाचल प्रदेश के कई थाना की पुलिस से सहयोग लिया गया. सभी थाना की पुलिस मेरी मां (फुल कुमारी) के लोकेशन के बारे में जानकारी देते रहे, लेकिन जहां भी गये, वहां मां नहीं मिली. अब टीम गुमला लौट रही है. मैं हिमाचल में क्या करूंगा, इसलिए प्रशासनिक टीम के साथ मैं भी लौट रहा हूं.

अनुज नायक ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कुछ थाना के पुलिस पदाधिकारी को मोबाइल नंबर गुमला की टीम ने दिया है, ताकि मेरी मां कहीं मिल जाये, तो पुलिस की सूचना पर गुमला की टीम तुरंत हिमाचल पहुंच कर मेरी मां को गुमला ला सके. ज्ञात हो कि पांच जुलाई को गुमला शहर के करौंदी गांव निवासी अर्द्धविक्षिप्त फुल कुमारी भटक कर हिमाचल प्रदेश के घियागी गांव पहुंच गयी थी.

जहां पंजाब के जालंधर के अजीत सिंह ने फुल कुमारी को फुटपाथ में भटकते देखा था. इसके बाद श्री सिंह ने फुल कुमारी का फोटो सोशल मीडिया में वायरल करते हुए प्रभात खबर को जानकारी दी थी कि फुल कुमारी गुमला की रहने वाली है.

वह हिमाचल प्रदेश की सड़कों पर भटक रही है. सूचना मिलने के बाद प्रभात खबर ने प्रमुखता के साथ समाचार छापा था. इसके बाद गुमला प्रशासन फुल कुमारी को हिमाचल से लाने की तैयारी की, परंतु गुमला प्रशासन हिमाचल जाने के लिए 25 दिन देर कर दी. जिस कारण जब गुमला की टीम हिमाचल पहुंची, तो फुल कुमारी पुन: वहां से भटक कर कहीं और चली गयी. अगर समय पर गुमला की टीम हिमाचल जाती, तो निश्चित रूप से फुल कुमारी मिलती, परंतु गुमला प्रशासन के सुस्ती भरे कार्यों के कारण फुल कुमारी को वापस गुमला लाने की उम्मीद कुछ दिनों के लिए टल गयी है.

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