चावल और दाल से बने छिलका रोटी खाकर दो की मौत, तीन की हालत गंभीर, जांच में जुटी पुलिस
गुमला/भरनो : भरनो प्रखंड के मारासिलि पंचायत अंतर्गत टंगराटोली गांव में विषाक्त रोटी खाने से दो लोगों की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार गांव में फ़ूड पॉयजनिंग का शिकार तीन अन्य लोग भी हुए जिनका इलाज जारी है. पांचों एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं. घटना बीती रात की है. बताया जा […]
गुमला/भरनो : भरनो प्रखंड के मारासिलि पंचायत अंतर्गत टंगराटोली गांव में विषाक्त रोटी खाने से दो लोगों की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार गांव में फ़ूड पॉयजनिंग का शिकार तीन अन्य लोग भी हुए जिनका इलाज जारी है. पांचों एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं. घटना बीती रात की है.
बताया जा रहा है कि किसान गोंदे उरांव, उसकी पत्नी, दो बेटी व एक बेटा सभी ने बीती रात चावल की रोटी चाय के साथ भिंगोकर खायी. खाना खाने के तुरंत बाद घर में सभी तड़पने लगे. सुबह तक गोंदे उरांव 60 वर्ष व बेटा अर्जुन उरांव 12 वर्ष की मौत हो गयी. वहीं उसकी पत्नी फुलमणि उराईन (55 वर्ष),बेटी एतवारी (17 वर्ष) ,बेटी सुकरो (14 वर्ष) की हालत नाजुक बनी हुई थी.
घटना के बाद सूचना भरनो अस्पताल को दी गयी. तब एम्बुलेंस ड्राईवर सालोन बाड़ा ने सक्रियता दिखाते हुए गांव पहुंचकर तीनो को अस्पताल पहुंचाया. जहां से उन्हें रिम्स रेफर किया गया. रिम्स में तीनो का ईलाज जारी है.
मृतक गोंदे उरांव पेशे से किसान है वह खेतीबारी कर अपना परिवार चलाता था. मृतक के दो बड़े बेटे चरवा उरांव व रंथू उरांव अलग रहते हैं. बताया जा रहा है कि कल रात चावल व उरद दाल को पीसकर रोटी बनायी गयी थी जिसे घर के पांचो सदस्यों ने खाया था.
घटना की सूचना अहले सुबह अलग रहने वाले भाइयो को खबर मिली. दोनों भी बाइक पर अपने छोटे भाई को लेकर मुखिया माधुरी देवी के घर गये. लेकिन मुखिया ने दरवाजा नहीं खोला. तब वे अस्पताल पहुंचे लेकिन तबतक भाई की मौत हो चुकी थी. इस घटना से गांव में सनसनी फ़ैल गयी है.
भरनो थानेदार सिद्धेश्वर सिंह भी दलबल के साथ गांव पहुंचे और जांच पड़ताल की. पुलिस ने शव एवं घर में रखा पीसा हुआ चावल जप्त किया है. पुलिस हर बिंदु पर पड़ताल कर रही है. अबतक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पूरे परिवार के सदस्यों ने जानबूझकर जहरीला खाना खाया या फिर अनजाने में. रिम्स में इलाजरत मां और बेटियों के ठीक होने के बाद सच्चाई सामने आ सकती है.
घटना की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को दे दी गयी है. वे भी गांव पहुंचेंगे.