चंद्रयान 2 : चांद पर हमारा भारत, गुमला के छात्रों ने कहा- यादगार लम्हा है
अंकित/रवि त्रिपाठी, गुमला चंद्रयान-2 की सफल लांचिंग के बाद एक बार फिर भारत ने साबित कर दिया कि वाकई में भारत चांद पर है. चंद्रयान-2 आज चांद पर उतर रहा है. इस संबंध में प्रभात खबर ने गुमला के विज्ञान विषय के छात्र व शिक्षक से बात की. कार्तिक उरांव कॉलेज गुमला के बीएससी के […]
अंकित/रवि त्रिपाठी, गुमला
चंद्रयान-2 की सफल लांचिंग के बाद एक बार फिर भारत ने साबित कर दिया कि वाकई में भारत चांद पर है. चंद्रयान-2 आज चांद पर उतर रहा है. इस संबंध में प्रभात खबर ने गुमला के विज्ञान विषय के छात्र व शिक्षक से बात की. कार्तिक उरांव कॉलेज गुमला के बीएससी के छात्र निखिल राज ने कहा कि यह लम्हा हमारे दिलों पर एक छाप छोड़ने जैसा है. इस लम्हे को यादगार बनाने के लिए हम मोबाईल सहित टीवी पर इसे देखने को काफी उत्सुक हैं.
इसरो की सफलता के साथ-साथ यह हमारे विज्ञान की सफलता को दर्शाता है. बीएससी की नेहा कुमारी ने कहा कि विज्ञान आज चांद तक पहुंच गया. यह जानकारी हमें प्रेरित करती है. चंद्रयान-2 की सफल लैंडिंग का यह पल संजोये रखना हमारे लिए उतना ही महत्वपूर्ण है. जितना कि हमारी पढ़ाई. आज इसरो के वैज्ञानिक ही हमारे प्रेरणास्रोत हैं. जिनके नक्शेकदम पर चलकर आगे बढ़ने की हमें प्रेरणा मिलती है.
बीएससी के छात्र मुनेश्वर साहू ने कहा कि आज पूरे देश की निगाहें भारत के चंद्रयान-2 पर टिकी हुई है. यह हमारे देश के वैज्ञानिकों के बलबूते हुआ है. जो हम जैसे नवयुवकों के प्रेरक के तौर पर हैं. पूरे विश्व में भारत यह कारनामा करने वाला चौथा देश है जिसके लिए मुनेश्वर ने देश के वैज्ञानिकों की प्रशांसा करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी है.
बीएससी की आंचल जाजोदिया ने कहा कि इसरो ने देश के युवा टैलेंट के बल पर इतना बड़ा करनामा कर दिखाया है जो कि हर हाल में सराहनीय है. वैज्ञानिकों की युवाओं के प्रति यही सोच हमें भी इस राह पर चलने की प्रेरणा देती है. आज भारत वह कारनामा करने जा रहा है जो अब तक देश के गिने चुने देश ही कर पाएं हैं. हम सभी विद्यार्थियों की ओर से इसरो के सभी वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं सहित हार्दिक बधाई.
केओ कॉलेज के साइंस के छात्र प्रेमदीप पाठक ने कहा कि चंद्रयान-2 भारत का दूसरा अभियान है. इससे पूर्व चंद्रयान-वन को भारत ने सफलता पूर्वक लैंड किया था. इस मिशन की सफलता से चांद के बारे में बहुत सारी जानकारी मिलेगी. यह क्षण गर्व का है. छात्र सूरज कुमार साहू ने कहा कि साइंस जिज्ञासा का विषय है और ब्रहृमांड अनंत है. जिज्ञासा कभी खत्म नहीं होती है और ब्रहृमांड के अंदर हम जितना प्रवेश करेंगा. उतनी ही हमें रोचक जानकारी मिलेगी.
चंद्रयान-2 की सफलता पूर्वक लैंड करने पर लैंडर के माध्यम से चांद के बारे में बहुत ही महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानकारी मिलेगा. रामवि उर्दू थाना रोड गुमला की विज्ञान की शिक्षिका अनीता श्रीवास्वत ने कहा कि चंद्रयान मिशन पर पूरे देश की पैनी नजर है. लैंडर विक्रम की सफतला से लैंडिंग होने के बाद पूरे देश में अपना कीर्तिमान स्थापित कर लेगा. चंद्रयान-2 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बनेगा. यह क्षण हमारे देश के लिए सम्मान का है. भारतीय एजेंसी इसरो द्वारा लगातार तरक्की किया जा रहा है. आने वाले समय में बच्चों को साइंस की दुनिया में बहुत सारे स्कोप मिलने वाले हैं.