दुर्जय पासवान
गुमला : झारखंड के गुमला जिला के अलग-अलग प्रखंड की नौ नाबालिग लड़कियां दिल्ली में बिकने से बच गयीं. चाइल्ड लाइन की सक्रियता से इन लड़कियों को मानव तस्करों से मुक्त करा लिया गया. मुक्त कराने के बाद सभी लड़कियों को रांची से गुमला लाया गया है. अभी सभी लड़कियां सीडब्ल्यूसी के संरक्षण में हैं.
हालांकि, लड़कियों को दिल्ली ले जा रहे मानव तस्कर फरार हो गये. सीडब्ल्यूसी के सदस्य कृपा खेस ने कहा कि लड़कियों को रांची से गुमला लाया गया है. सभी से पूछताछ की जा रही है. ये लोग दिल्ली क्यों जा रहीं थीं, इस बारे में सभी के बयान अलग-अलग हैं. उस बयान के आधार पर कार्रवाई की जायेगी.
उन्होंने कहा कि लड़की पढ़ना चाहती है, उनका स्कूल में दाखिला कराया जायेगा. दिल्ली में बिकने से बची बिशुनपुर प्रखंड की विलुप्तप्राय असुर जनजाति की नौ वर्षीय बच्ची ने बताया कि वह पकरीपाट के स्कूल में पढ़ती थी. स्कूल में चावल व महीने में 200 रुपये देना पड़ता था. माता-पिता चावल व पैसा दे नहीं सके. इसलिए उसकी पढ़ाई बंद हो गयी.
पहली से आगे की पढ़ाई नहीं कर पायी. माता-पिता मजदूरी करते हैं. घर की स्थिति को देखते हुए दिल्ली में रहने वाले एक व्यक्ति उसे ले जा रहा था. भरनो प्रखंड की एक लड़की ने कहा है कि वह गरीबी के कारण पढ़ नहीं सकी. पैसा कमाने दिल्ली जा रही थी. वहीं, कुछ लड़कियों ने कहा है कि वे घूमने के लिए दिल्ली जा रही थीं.