ओके- घाघरा में माओवादियों के खिलाफ चलेगा अभियान : एसपी
प्रतिनिधि, गुमलाघाघरा और बिशुनपुर प्रखंड में भाकपा माओवादियों के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए बहुत जल्द गुमला पुलिस द्वारा अभियान चलाया जायेगा. इसकी तैयारी की जा रही है. किन किन इलाकों में माओवादी अभी डेरा डाले हुए हैं. उनकी क्या गतिविधि है. इसकी जानकारी पुलिस प्राप्त कर रही है. इसके बाद अचानक पुलिस द्वारा […]
प्रतिनिधि, गुमलाघाघरा और बिशुनपुर प्रखंड में भाकपा माओवादियों के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए बहुत जल्द गुमला पुलिस द्वारा अभियान चलाया जायेगा. इसकी तैयारी की जा रही है. किन किन इलाकों में माओवादी अभी डेरा डाले हुए हैं. उनकी क्या गतिविधि है. इसकी जानकारी पुलिस प्राप्त कर रही है. इसके बाद अचानक पुलिस द्वारा अभियान छेड़ा जायेगा. हालांकि घाघरा थाना क्षेत्र के बरांग गांव में माओवादी के एरिया कमांडर बीरबल उरांव 50 मारक दस्ता के साथ पहुंच कर यह स्पष्ट कर दिया है कि वे लोग खुलेआम घूम रहे हैं. माओवादियों ने बरांग में ही अपने दो पूर्व साथियों को भी मौत की नींद सुला चुके हैं. ऐसे जब पुलिस शव लाने गांव गयी थी तो माओवादी गांव से निकल कर सेफ जोन में चले गये थे. पुलिस के अनुसार उस इलाके में अभी भी माओवादी रह रहे हैं. इस संबंध में एसपी भीमसेन टुटी ने कहा कि घाघरा व बिशुनपुर इलाके में बहुत जल्द माओवादियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जायेगा. कुछ दिन पूर्व नक्सलियों द्वारा बच्चों को ले जाने की सूचना के बाद पुलिस ने बिशुनपुर इलाके में अभियान शुरू की थी. लेकिन बरसात को देखते हुए व बच्चों के सकुशल बरामदगी को लेकर पुलिस ने बीच में ही अभियान बंद कर दिया है. लेकिन इस बार जो अभियान चलेगा वह पूरी तैयारी के साथ होगा.बसिया व कामडारा में पीएलएफआइ के खिलाफ अभियान जारी गुमला जिले में 12 प्रखंड आते हैं. जिसमें 13 थाने है. एसपी के अनुसार दस प्रखंडों में पीएलएफआइ का प्रभाव पूरी तरह समाप्त हो गया है. उनके जितने भी सदस्य थे. उसे पकड़ लिया गया है. एक दो लोग हैं, तो उन्हें भी पकड़ लिया जायेगा. एसपी ने कहा है कि जिले के दो प्रखंड बसिया और कामडारा में अभी भी पीएलएफआइ का प्रभाव है. क्योंकि ये दोनों प्रखंड खूंटी और सिमडेगा जिले से सटा है. इसलिए यहां उग्रवादियों की गतिविधि है. इन दोनों प्रखंड क्षेत्र में लगातार पीएलएफआइ के खिलाफ अभियान चल रहा है. अभी आगे भी अभियान जारी रहेगा.