सिसई कांड : पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, जिलानी की मौत पुलिस की गोली से नहीं, धारदार हथियार से हुई थी
दुर्जय पासवान, गुमला सिसई प्रखंड के बघनी गांव के बूथ नंबर 36 में मतदान के दौरान हुई हिंसा में गांव के युवक जिलानी अंसारी की मौत हो गयी थी. जिलानी के शव का गुमला सदर अस्पताल में तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम किया. गुमला अस्पताल के डॉक्टर अजय भगत, डॉक्टर सुनील किस्कू व […]
दुर्जय पासवान, गुमला
सिसई प्रखंड के बघनी गांव के बूथ नंबर 36 में मतदान के दौरान हुई हिंसा में गांव के युवक जिलानी अंसारी की मौत हो गयी थी. जिलानी के शव का गुमला सदर अस्पताल में तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम किया. गुमला अस्पताल के डॉक्टर अजय भगत, डॉक्टर सुनील किस्कू व डॉक्टर सुजान मुंडा ने शव का पोस्टमार्टम किया. मौके पर प्रशासनिक अधिकारी भी थे. पोस्टमार्टम के बाद शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया. लेकिन पोस्टमार्टम के बाद जिलानी की मौत की वजह जो सामने आयी है. वह अब यू टर्न ले लिया है.
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के अनुसार जिलानी की मौत किसी तेज धारधार हथियार से पेट में वार करने से हुई है. पेट में तेज धारधार हथियार से काटने के कारण ही पेट के अंदर का सामान बाहर निकल गया था. डॉक्टरों के अनुसार जिलानी के शरीर से एक भी गोली नहीं मिली है. इधर, गुमला एसपी अंजनी कुमार झा ने कहा कि बूथ नंबर 36 में तैनात सुरक्षा जवानों से पूछताछ की है.
जवानों ने पूछताछ में बताया है कि जिलानी की मौत कहां हुई है. यह हमें पता ही नहीं चला. जब ग्रामीण उग्र हुए तो जवान खुद मतदानकर्मियों व अपनी सुरक्षा के लिए कमरे व छत पर चले गये. जवानों ने पूछताछ में जिलानी को गोली नहीं मारने की भी बात एसपी से कही है. एसपी ने कहा है कि यह जांच का विषय है कि जिलानी की मौत कहां हुई थी. क्योंकि भगदड़ के बाद ही जिलानी मरा है.
दूसरी तरफ गुमला डीसी शशि रंजन ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. हमारा अभी पहला ध्यान नौ दिसंबर को 36 नंबर बूथ पर शांतिपूर्वक पुनर्मतदान कराना है.
इधर, रांची पुलिस मुख्यालय के मीडिया सेल ने एक बुलेटिन जारी कर कहा है कि जिलानी अंसारी की मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसके पेट में कोई धारदार हथियार घोपा गया था, जिससे उसकी मौत हुई है. अब आगे की जांच इसे ध्यान में रखकर की जायेगी. यह जांच का विषय है कि जिलानी की मौत कब, कहां और कैसे हुई है.