बेमौसम बारिश से दलहन व तेलहन प्रभावित
आने वाले 24 घंटे में आकाश में बादल छाये रहेंगे तथा 10-15 मिमी तक बारिश होने की संभावना. गुमला : बेमौसम बारिश से जिले के किसान चिंतित हैं. रबी फसल की खेती के मौसम में बिन मौसम बरसात हो और किसानों की फसल खेत में ही यदि सड़ कर अथवा कीड़ा लग कर खराब हो […]
आने वाले 24 घंटे में आकाश में बादल छाये रहेंगे तथा 10-15 मिमी तक बारिश होने की संभावना.
गुमला : बेमौसम बारिश से जिले के किसान चिंतित हैं. रबी फसल की खेती के मौसम में बिन मौसम बरसात हो और किसानों की फसल खेत में ही यदि सड़ कर अथवा कीड़ा लग कर खराब हो जाये, तो किसान चिंतित होंगे ही. किसानों ने रबी फसलों की खेतीबारी के लिए जितनी पूंजी लगायी है, उससे कहीं अधिक ठंड के इस मौसम में खेतों में काम कर अपना पसीना बहाया है.
ऐसी स्थिति में किसान फसल की अच्छी उपज और आमदनी के बारे में सोच कर खुश होंगे ही. परंतु बेमौसम की बरसात ने न केवल किसानों की पूंजी को डूबो रहा है, बल्कि किसानों की मेहनत और फसल पर भी पानी फेरने का काम कर रहा है.
दिसंबर और इस साल में अब तक की बारिश रबी के मटर, चना, सरसों व सूर्यमुखी जैसे दलहन व तिलहन फसलों के लिए नुकसानदेह साबित हो रही है. इसके साथ पालक साग, भाजी साग, धनिया, पत्तागोभी, फूलगोभी, टमाटर, आलू व प्याज जैसी सब्जियों को भी नुकसान पहुंच रहा है.
बारिश के कारण खेत में पानी जमा होने से या तो फसलें सड़ जा रही है या फसलों में कीड़ा लग जा रहा है. वहीं बारिश के कारण तेलहन व दलहन की फसलों पर पड़ रहे प्रभाव के कारण यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि इस साल गुमला जिला इन दोनों प्रकार की फसलों के आच्छादन के लक्ष्य को पूरा नहीं कर पायेगा.
जिला कृषि पदाधिकारी डॉ रमेशचंद्र सिन्हा ने बताया कि बारिश के पानी से गेहूं की फसल को लाभ होगा, परंतु दलहन व तिलहन के मटर, चना, सरसों व सूर्यमुखी सहित हरी साग-सब्जियों और आलू व प्याज जैसी फसलों को नुकसान हो रहा है. अधिक बारिश होने पर गेहूं की फसल भी प्रभावित होगी.