दुर्जय पासवान, गुमला
आज भी समाज में कुछ लोग ऐसे हैं, जो बेटियों के जन्म को पसंद नहीं करते. ऐसा ही एक मामला गुमला जिला अंतर्गत सिसई प्रखंड में सामने आया है. एक व्यक्ति ने पत्नी के साथ अपनी चार बेटियों को घर से निकाल दिया है. अब यह मामला गुमला महिला थाना में पहुंच गया है. महिला थाना की पुलिस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के अनुसार सिसई थाना के शिवनाथपुर हर्री गांव निवासी मुनी उरांव ने महिला थाना में लिखित आवेदन सौंपकर पति द्वारा प्रताड़ित व मारपीट कर घर से निकाल देने की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है. आवेदन में कहा है कि मेरे पति जीतराम उरांव 28 दिसंबर की रात को मेरे साथ व मेरी बेटियों को मारपीट करते हुए घर से निकाल दिया.
उन्होंने बताया कि रातभर दूसरों के घर जाकर छुपे रहे. सुबह अपने चारों बेटियों को लेकर अपने मायके घाघरा थाना क्षेत्र के बालाखटंगा परसाटोली गांव आ गयी. अभी भी अपने मायके में ही अपने चारों बेटियों के साथ रह रही हूं. इस बीच कभी भी मेरे पति मुझे व मेरी बेटियों की खोज पड़ताल करने नहीं आये हैं.
उन्होंने कहा कि हमारी शादी वर्ष 2009 में हुई थी. शादी के जब से दो बेटियों का जन्म हुआ. तब से अक्सर हमारे साथ मारपीट व घर से भाग जाओ, हम दूसरी शादी करेंगे कहकर हमेशा प्रताड़ित करने लगा. किंतु इतने दिनों तक साथ रहे. अब हमारी चार बेटियां है. बराबर शराब के नशे में गंदी गंदी गाली गलौज करता है. मुझे व मेरी चारों बेटियों को काट कर हत्या करके दूसरी शादी करने की धमकी देता है.
उन्होंने बताया कि 28 दिसंबर को उसका पति शराब पीकर घर आया. मुझसे मारपीट करने लगे. साथ ही कहा कि अपनी बेटियों को लेकर भाग जाओ, कभी वापस मत आना, नहीं तो मारकर हत्या कर देंगे. इसी के डर से हम अपने मायके बाला खटंगा परसाटोली आ गये. उन्होंने अपने पति पर उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है.