बिशुनपुर(गुमला) : गुमला जिला के बिशुनपुर प्रखंड के युवक अमृत उरांव (20 वर्ष) की तमिलनाडु में एक कारखाने में काम करने के दौरान मौत हो गयी. 11 जनवरी को ही अमृत की मौत हुई है. तीन दिनों से अमृत का शव कारखाना में पड़ा हुआ है, परंतु शव को गांव भेजने की कोई व्यवस्था कंपनी ने नहीं की. इधर, सोमवार को मृतक के पिता जगदेव ने अपने बेटे के शव को वापस लाने की गुहार गुमला प्रशासन से लगायी है.
साथ ही कंपनी के मालिक के खिलाफ बिशुनपुर थाने में केस दर्ज कराया है. बिशुनपुर पुलिस ने मामला दर्ज कर शव को तमिलनाडु से लाने की पहल शुरू कर दी है.बिशुनपुर थाना क्षेत्र के कटिया गांव निवासी जगदेव उरांव के अनुसार, उनका 20 वर्षीय बेटा अमृत उरांव तमिलनाडु के पलायम तालुका तिरूपुरम स्थल में कॉटन मिल में काम करने अगस्त 2019 में गया था. इसी क्रम में उसकी मौत 11 जनवरी 2020 को हो गयी. मौत के बाद उसका शव मिल कंपनी में पड़ा हुआ है. कंपनी के मालिक के ऊपर केस दर्ज करते हुए पिता ने शव को मंगवाने की मांग की है.