हजारीबाग जेल में कैदी ने फांसी लगा की आत्महत्या

हजारीबाग : हत्या के मामले में हजारीबाग जेपी केंद्रीय कारा में उम्रकैद की सजा काट रहे योगेश कुमार चौहान ने बुधवार तड़के 3:30 बजे फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. फांसी लगाने के लिए उसने अपने पायजामा का इस्तेमाल किया. वह धनबाद स्थित झरिया थाना क्षेत्र के बस्ताकला के नोनिया टोला का निवासी था. शव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2020 12:06 AM

हजारीबाग : हत्या के मामले में हजारीबाग जेपी केंद्रीय कारा में उम्रकैद की सजा काट रहे योगेश कुमार चौहान ने बुधवार तड़के 3:30 बजे फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. फांसी लगाने के लिए उसने अपने पायजामा का इस्तेमाल किया. वह धनबाद स्थित झरिया थाना क्षेत्र के बस्ताकला के नोनिया टोला का निवासी था. शव का पोस्टमार्टम एचएमसीएच के मेडिकल बोर्ड ने किया. इधर, जेल अधीक्षक हामिद अख्तर का कहना है कि योगेश का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था. रिनपास से उसका इलाज चल रहा था.

जानकारी के अनुसार योगेश कुमार चौहान को बस्ताकला के एक युवक की हत्या में दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा दी गयी थी. पूर्व में वह धनबाद जेल में बंद था.
बाद में सुरक्षा के दृष्टिकोण से उसे हजारीबाग जेल में शिफ्ट कर दिया गया, जहां वह तीन साल से बंद था. बुधवार तड़के उसने अपने पायजामा को फंदा बनाकर फांसी लगा ली.
उसे फंदे पर लटकता देख अन्य कैदियों ने हंगामा शुरू कर दिया. इस पर जेल प्रशासन ने पगली घंटी बजा कर आपातकाल घोषित किया. घटना की सूचना मिलते ही सदर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर नीरज कुमार सिंह, लोहसिंघना थाना प्रभारी रोहित कुमार सिंह दलबल के साथ जेल पहुंचे.
जेल पुलिस और जिला पुलिस के जवानों ने कैदियों को शांत कराने की कोशिश की. कैदियों की मांग थी कि जेल आइजी के आने के बाद ही शव को उठाया जाये. साथ ही घटना की न्यायिक जांच करायी जाये. घटना की सूचना पाकर सदर एसडीओ मेघा भारद्वाज जेल पहुंचीं. इसके बाद दंडाधिकारी की उपस्थिति में शव को हजारीबाग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया.

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