दुर्जय पासवान, गुमला
मानव तस्कर के चंगुल में फंसी गुमला की एक छात्रा ने सूझबूझ का परिचय देकर दलालों के चंगुल से बच निकली. छात्रा को जैसे ही पता चला कि उसे घुमाने के बहाने ठगकर दिल्ली ले जाकर बेचने की योजना है. तुरंत छात्रा ने 100 नंबर पर कॉल किया. लोहरदगा जिला की पुलिस छात्रा का नंबर ट्रेस कर उसतक पहुंच गयी और उसे बरामद कर लिया.
इसके बाद पुलिस ने छात्रा को लोहरदगा सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया. शनिवार को छात्रा को लोहरदगा से गुमला लाया गया. परिजनों को गुमला सीडब्ल्यूसी में बुलाकर उसकी बेटी को सौंप दिया गया.
इस प्रकार फंसी फिर हुई मुक्त
गुमला के एक गांव की छात्रा प्रिया नामक युवती के कहने पर 14 फरवरी को घूमने के लिए लोहरदगा चली गयी. प्रिया ने छात्रा को लोहरदगा में ले जाकर एक घर में रखा. जहां पहले से तीन-चार लड़कियां थीं. प्रिया ने लड़कियों से कहा कि गुमला से एक और लड़की को लाये हैं. उसे भी साथ में लेकर दिल्ली जाना है. यह बात छात्रा ने सुन ली.
शुक्रवार को प्रिया तीनों लड़कियों के साथ छात्रा को सुनसान रास्ते से होते हुए रेलवे स्टेशन की और बढ़ रही थी. तभी मौके का फायदा उठाकर छात्रा वहां से भाग गयी. इसके बाद एक व्यक्ति की मदद से शुरू में 112 नंबर पर कॉल किया. फिर 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस को घटना की जानकारी दी. पुलिस ने मोबाइल नंबर का लोकेशन लेते हुए मौके पर पहुंचकर छात्रा को बरामद कर लिया.
छात्रा से पूछताछ के बाद पुलिस उसे सीडब्ल्यूसी लोहरदगा को सौंप दिया. लोहरदगा सीडब्ल्यूसी ने छात्रा से उसके घर व परिवार की जानकारी ली. जब उसने गुमला के बारे में बताया तो उसे गुमला सीडब्ल्यूसी भेज दिया गया. जहां छात्रा अपने परिवार से मिली और घर चली गयी.
पीडि़त छात्रा ने बताया कि प्रिया नामक युवती लगातार गांव में घूमते रहती थी. दोस्ती हो गयी थी. प्रिया ने घूमने के लिए लोहरदगा चलने के लिए कहा. उसके बहकावे में आकर चली गयी. परंतु जैसे ही पता चला कि प्रिया उसे दिल्ली में ले जाकर बेचने वाली है. वह भाग गयी.
सीडब्ल्यूसी के सदस्य संजय भगत ने इस पूरे मामले पर कहा कि 100 नंबर पर कॉल कर छात्रा तस्करों के चंगुल से बच पायी है. इसलिए अगर कोई लड़की कहीं फंसे तो इस नंबर पर जरूर कॉल करे. छात्रा को लोहरदगा से लाने के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. साथ ही किसी के बहकावे में नहीं आने की अपील की गयी है.