छह सर्वे में नाम है, तो अंतिम में हटाया कैसे
गुमला. विधायक कमलेश उरांव गुरुवार को नगर पंचायत पदाधिकारी प्रेम कुमार महतो से मुलाकात कर मलीन बस्ती आवास योजना की जानकारी ली. प्रशिक्षु आइएएस सूरज कुमार उपस्थित थे. विधायक ने नपं पदाधिकारी से मलीन बस्ती आवास योजना के छह सर्वे में चयनित वार्ड नंबर ग्यारह के कुल 33 में आठ लाभुकों का नाम अंतिम सर्वे […]
गुमला. विधायक कमलेश उरांव गुरुवार को नगर पंचायत पदाधिकारी प्रेम कुमार महतो से मुलाकात कर मलीन बस्ती आवास योजना की जानकारी ली. प्रशिक्षु आइएएस सूरज कुमार उपस्थित थे. विधायक ने नपं पदाधिकारी से मलीन बस्ती आवास योजना के छह सर्वे में चयनित वार्ड नंबर ग्यारह के कुल 33 में आठ लाभुकों का नाम अंतिम सर्वे में हटाये जाने की जानकारी मांगी. नपं पदाधिकारी ने कहा कि अभी वर्तमान में मैं नपं का पदभार ग्रहण किया हूं. मुङो सारे कार्यो के संबंध में जानकारी नहीं है. इसपर नपं पदाधिकारी ने कर्मी अरुण कुमार को बुला कर पूछताछ की. विधायक ने नपं कर्मी से पूछा कि मलीन बस्ती आवास योजना का कितना सर्वे हुआ है.
अरुण ने बताया कि पूर्व पदाधिकारी नियारण टोपनो व अभी वर्तमान में जो सर्वे हुआ है. मात्र दो सर्वे ही मालूम है. विधायक ने कहा कि छह सर्वे की सूची मेरे पास है. जब छह सर्वे में नाम है, तो अंतिम सूची में नाम कैसे हटाया गया है. श्री उरांव ने कहा कि अगर दो-तीन सर्वे में उनका नाम हटा दिया गया रहता तो कोई बात नहीं होती है.
लेकिन छह सर्वे में है. तो अब क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि यह योजना वर्ष 2006 की है. कोई लाभुक कितना इंतजार कर सकता है. आठ वर्ष बीतने के बाद उनको राशि मिलने की बारी आयी तो उनका नाम हटा दिया गया. उन्होंने बैंक से ऋण लेकर अगर मकान बनाया है, तो उनको भुगतान होना चाहिए. विधायक ने नपं कार्यपालक पदाधिकारी व प्रशिक्षु आइएएस से कहा कि इसके लिए आप नगरपालिका की बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पारित कर भुगतान करें. चूंकि लाभुक के द्वारा आपके समक्ष एफिडेविट व बैंक ऋण का दस्तावेज जमा कराया गया है. इसलिए उनको राशि का भुगतान होना आवश्यक है. मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष सविंद्र कुमार सिंह, अजजा अध्यक्ष संजय नायक, अनिल उरांव, सांसद प्रतिनिधि
भुवनेश्वर साहू, वार्ड पार्षद अनिल यादव उपस्थित थे.