पबैया में अज्ञात बीमारी से मर रहे पशु
अशोक भगत ने डीसी से दूरभाष पर बात कर बीमार पशुओं की जांच के लिए टीम भेजने के लिए कहाडीसी ने कहा : गांव में पशुपालन विभाग की टीम को भेजा जायेगाप्रतिनिधि, सिसईसिसई प्रखंड के लमटा पबैया गांव में अज्ञात बीमारी से पशुओं की मौत हो रही है. अब तक नौ पशु मर चुके हैं. […]
अशोक भगत ने डीसी से दूरभाष पर बात कर बीमार पशुओं की जांच के लिए टीम भेजने के लिए कहाडीसी ने कहा : गांव में पशुपालन विभाग की टीम को भेजा जायेगाप्रतिनिधि, सिसईसिसई प्रखंड के लमटा पबैया गांव में अज्ञात बीमारी से पशुओं की मौत हो रही है. अब तक नौ पशु मर चुके हैं. वहीं दो दर्जन से अधिक पशु बीमार हैं. मवेशी खाना-पीना छोड़ दिये हैं और सभी सुस्त हो गये हैं. पशुओं के मरने से गांव के किसान और पशुपालक चिंता में हैं. किसान अपने स्तर से पशुओं की जांच करा रहे हैं. परंतु एक-एक कर पशु मरते जा रहे हैं. इसकी जानकारी प्रशासन, जनप्रतिनिधि व पशुपालन विभाग को है. इसके बाद भी पशुओं के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है. इसकी जानकारी जब सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त अशोक कुमार भगत व झापा जिला अध्यक्ष किरण माला बाड़ा को हुई, तो वे लोग पबैया गांव पहुंचे. वहां गांव के किसानों से बैठक कर पशुओं की मौत के कारण व प्रशासन द्वारा दी जा रही सुविधा की जानकारी ली. किसानों ने बताया कि अभी तक कोई झांकने तक नहीं आ रहा है. ग्रामीणों की शिकायत सुनने के बाद श्री भगत ने दूरभाष पर डीसी गौरीशंकर मिंज, बीडीओ व पशुपालन पदाधिकारी से बात की. गांव की स्थिति की जानकारी दी. बीमार पशुओं की जांच करने के लिए कहा. वहीं जिन किसानों के पशु मरे हैं. उन्हें मुआवजा देने के लिए कहा. डीसी ने कहा कि 23 अक्तूबर को गांव में टीम भेज कर सभी बीमार पशुओं की जांच करायी जायेगी. किरण माला बाड़ा ने कहा कि अगर अब पशु मरते हैं, तो इसके दोषी प्रशासन होगा. प्रशासन जनता के लिए है. इसलिए बीमारी दूर करने का उपाय करें.