श्रीमदभागवत सत्य से परिचय कराता है : हरिचरण दास

गुमला. श्रीमदभागवत कल्प वृक्ष की तरह है. यह हमें सत्य से परिचय कराता है. कलियुग में श्रीमदभागवत कथा की अत्यंत आवश्यकता है. क्योंकि मृत्यु जैसे अटल सत्य से यही हमें अवगत कराता है. कार्तिक मास में इसके श्रवण व अनुशरण से मनुष्य को सब पापों से मुक्ति मिलती है. उक्त बातें राधाकृष्ण मंदिर परिसर में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 2, 2014 11:06 PM

गुमला. श्रीमदभागवत कल्प वृक्ष की तरह है. यह हमें सत्य से परिचय कराता है. कलियुग में श्रीमदभागवत कथा की अत्यंत आवश्यकता है. क्योंकि मृत्यु जैसे अटल सत्य से यही हमें अवगत कराता है. कार्तिक मास में इसके श्रवण व अनुशरण से मनुष्य को सब पापों से मुक्ति मिलती है. उक्त बातें राधाकृष्ण मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान वृंदावन के कथावाचक हरिचरण दास जी ने कही. उन्होंने कहा कि श्रीमदभागवत भक्तिरस तथा अध्यात्म ज्ञान का समन्वय करता है. कल्पतरू के स्वयं फल माने जानेवाले भागवत को नैष्ठिक, ब्रह्मचारी तथा ब्रह्मज्ञानी महर्षि शुक्र ने अपनी अमृतवाणी से संयुक्त कर अमृतमय बना डाला है.

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