लीड :7:::: गुमला व बिशुनपुर विस के 150 गांवों में चुनाव प्रचार नहीं
भाकपा माओवादियों के डर से प्रत्याशी व पार्टी के प्रखंड अधिकारी गांव नहीं घुस रहे हैंगांवों में कार्यकर्ता कर रहे थे चुनाव प्रचारप्रचार वाहन जलाने व बंधक बनाने के बाद कार्यकर्ता भी डरे19 गुम 10 में कोटाम से होकर सिविल व कुरुमगढ़ जाने का मार्ग.प्रतिनिधि, गुमलागुमला व बिशुनपुर विधानसभा क्षेत्र के 150 से अधिक गांवों […]
भाकपा माओवादियों के डर से प्रत्याशी व पार्टी के प्रखंड अधिकारी गांव नहीं घुस रहे हैंगांवों में कार्यकर्ता कर रहे थे चुनाव प्रचारप्रचार वाहन जलाने व बंधक बनाने के बाद कार्यकर्ता भी डरे19 गुम 10 में कोटाम से होकर सिविल व कुरुमगढ़ जाने का मार्ग.प्रतिनिधि, गुमलागुमला व बिशुनपुर विधानसभा क्षेत्र के 150 से अधिक गांवों में चुनाव प्रचार बंद है. चुनावी बिगुल बजने के बाद कार्यकर्ता पूरे जोश में गांव में चुनाव प्रचार कर रहे थे. परंतु पतगच्छा में प्रचार वाहन जलाने के बाद अब कार्यकर्ता चुनाव प्रचार करने से डर गये हैं. इस कारण इन गांवों में दहशत है और चुनाव प्रचार बंद है. सबसे बड़ी बात कि जिसे विधायक बनना है. वे खुद गांवों में अभी तक चुनाव प्रचार करने के लिए नहीं घुसे हैं. भीड़वाले गांव व प्रखंड मुख्यालयों तक प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार चल रहा है. चैनपुर व बिशुनपुर के कुछ गांवों में कार्यकर्ता चुनाव प्रचार के लिए घुसे थे. परंतु उन्हें प्रचार करने से मना कर दिया गया. पतगच्छा गांव में पांच दिन के अंदर तीन प्रचार गाड़ी घुसी थी. परंतु यहां माओवादियों का फरमान था कि प्रचार नहीं करना है. इस कारण माओवादियों ने एक प्रचार वाहन को जला दिया. भाजपा के दस कार्यकर्ताओं को दो घंटे बंधक बनाने के बाद छोड़ दिया था. अब पतगच्छा व आसपास के गांव में दहशत है.इन गांवों में चुनाव प्रचार बंद हुआडुमरी प्रखंड के पुटरूंगी, कोठी, नवगई, सिरसी, जारी के धोबारी, बिरकेरा, हरिहरपुर, खूंटीटोली, ऊपरकोना, नीच कोना, चैनपुर के छिछवानी, जनावल, डोकापाट, दरकाना, कोटाम, चांदगो, कुटुवा, रोघाडीह, उर्रू, बरडीह, तबेला, कोचागानी, कुकरूंजा, राजाडेरा, महुआटोली, कुरुमगढ़, बामदा, पीपी, सिविल, जिलिंगा, बांसडीह, डुमरपाट, द्वारसेनी, रायडीह के लसड़ा, लौकी, जमगई, पीबो, सन्याकोना, नीच डुमरी, लुरू, बमलकेरा, रमजा, कोब्जा, सुरसांग, कटासारू, नीच खटंगा, ऊंचडीह, कोंडरा, बिशुनपुर के निरासी, आंवराटोली, घाघरा, जमटी, बोरांग, रेहदागा, पिपराटोली, जालिम, केचकी, कोरकोपाट, चौरापाट, कुजाम, रामझरिया, देवरागानी, सातो, कटिया, जमटी, जोरी, लापू, जोभीपाट, सखुवापानी, चंपाटोली, कुमाड़ी, घाघरा के तेंदार, विमरला, दीरगांव, सलामी, हेदमी, खुखराडीह, बरटोली, गुमला के पतगच्छा, सेमरडीह, कीता, मड़वा, सेमरडीह, कुल्ही, केरकी महुआटोली सहित 150 से अधिक गांव है.