किसानों का मान टूटेगा, तो देश का सम्मान भी टूटेगा

गुमला : किसानों की उपेक्षा देश के लिए खतरनाक है. किसानों का मान सम्मान टूटेगा तो देश का सम्मान भी टूट जायेगा. उक्त बातें भाकपा के राज्य सहायक सचिव केडी सिंह ने कही. वह हिंडालको कपंनी के विरोध में भाकपा जिला परिषद गुमला व झारखंड बॉक्साइट माइंस मजदूर यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में कचहरी परिसर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:53 PM

गुमला : किसानों की उपेक्षा देश के लिए खतरनाक है. किसानों का मान सम्मान टूटेगा तो देश का सम्मान भी टूट जायेगा. उक्त बातें भाकपा के राज्य सहायक सचिव केडी सिंह ने कही.

वह हिंडालको कपंनी के विरोध में भाकपा जिला परिषद गुमला व झारखंड बॉक्साइट माइंस मजदूर यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में कचहरी परिसर में आयोजित धरना प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे. श्री सिंह ने कहा कि सरकार को 60 वर्ष से अधिक उम्र के किसानों को 3000 हजार रुपये मासिक किसान पेंशन देना चाहिए. भाजपा और कांग्रेस पूंजीपतियों का गठजोड़ देश की खनिज संपदा और जमीन लूट में शामिल हैं. ये दोनों पार्टियां देश की नैया डूबा कर ही रहेंगी.

किसानों के दम पर देशवासियों का अस्तित्व है. यदि किसान खेतीबारी का काम छोड़ देंगे तो देश भर में अकाल की स्थिति उत्पन्न हो जायेगी. झारखंड राज्य बॉक्साइट माइंस मजदूर यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष सनिया उरांव ने कहा कि माइंस क्षेत्र में न्यूनतम मानवीय जरूरतों का घोर अभाव है.

इससे पहले धरना में शामिल लोगों ने लोहरदगा रोड स्थित बस डिपो से रैली निकाली, जो शहर के विभिन्न मुख्य मार्गो से गुजरते हुए कचहरी परिसर स्थित पहुंचकर धरना के रूप में तब्दील हो गयी.

धरना प्रदर्शन के बाद एक शिष्टमंडल ने उपायुक्त को पांच सूत्री मांग पत्र सौंपते हुए किसानों व हिंडालको में कार्यरत मजदूरों को सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की. मौके पर जिला सचिव बसंत गोप, सहायक सचिव सुरेश प्रसाद यादव, बुधु टोप्पो, अनिल असुर, महेंद्र भगत, विश्वनाथ उरांव मुख्य रूप से उपस्थित थे.

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