तीन शिक्षकों के भरोसे 324 विद्यार्थी
गुमला : घाघरा प्रखंड स्थित राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय शिवसेरेंग में शिक्षा व्यवस्था बदहाल है. यहां के बच्चों का भविष्य अंधेरे में है. शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई प्रभावित है. कक्षा नौ और दस की पढ़ाई वर्ष 2011-12 से शुरू की गयी, लेकिन इन कक्षाओं के लिए शिक्षण नियुक्त नहीं किये गये. यही नहीं […]
गुमला : घाघरा प्रखंड स्थित राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय शिवसेरेंग में शिक्षा व्यवस्था बदहाल है. यहां के बच्चों का भविष्य अंधेरे में है. शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई प्रभावित है.
कक्षा नौ और दस की पढ़ाई वर्ष 2011-12 से शुरू की गयी, लेकिन इन कक्षाओं के लिए शिक्षण नियुक्त नहीं किये गये. यही नहीं विद्यालय में संसाधनों की भी कमी है. एक कमरे में एक से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों की पढ़ाई होती है.
सन् 1932 में स्थापित इस विद्यालय में लगभग 50 गांवों के बच्चों के पठन-पाठन की व्यवस्था है. वर्ष 2011-12 में विद्यालय को उच्च विद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ. लेकिन कक्षा नौ व दस कक्षा के लिए शिक्षक नियुक्त नहीं की गयी. वर्ष 2014 की माध्यमिक परीक्षा में इस विद्यालय से कुल 22 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. वर्तमान में विद्यालय में कुल 324 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं.
जबकि प्रधानाध्यापक सहित कुछ शिक्षक चार हैं. विद्यालय के प्रधानाध्यापक कार्यालयों के कार्य से प्राय: बाहर रहते हैं. यानी केवल तीन शिक्षक के भरोसे 324 विद्यार्थियों का भविष्य है.
शिक्षकों के साथ विद्यालय में भवन व अन्य संसाधनों की भी कमी है. हालांकि विद्यालय में कुल सात कमरे हैं. इसमें चार कमरों में पठन-पाठन कराया जाता है. इसमें भी एक ही कमरे में कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को एक साथ बैठा कर पढ़ाया जाता है. शौचालय के चार कमरे हैं, लेकिन चारों बेकार हैं. इसी तरह दो चापानल हैं, जिसमें से एक खराब है.