:::: पीएलजीए ने 15वां स्थापना दिवस मनाया
पीएलजीए के स्थापना दिवस में कई कार्यक्रम हुए.चैनपुर प्रखंड के ऊपर डुमरी गांव में मनाया गया कार्यक्रम.चैनपुर प्रखंड के कई गांव के लोग भाग लिये.8 गुम 10 में कार्यक्रम में ग्रामीण व माओवादी (दो दिसंबर को खींची गयी फोटो)प्रतिनिधि, गुमलाचैनपुर थाना के घने जंगलों के बीच स्थित ऊपर डुमरी में भाकपा माओवादी जनमुक्ति छापामार सेना […]
पीएलजीए के स्थापना दिवस में कई कार्यक्रम हुए.चैनपुर प्रखंड के ऊपर डुमरी गांव में मनाया गया कार्यक्रम.चैनपुर प्रखंड के कई गांव के लोग भाग लिये.8 गुम 10 में कार्यक्रम में ग्रामीण व माओवादी (दो दिसंबर को खींची गयी फोटो)प्रतिनिधि, गुमलाचैनपुर थाना के घने जंगलों के बीच स्थित ऊपर डुमरी में भाकपा माओवादी जनमुक्ति छापामार सेना (पीएलजीए) ने अपना 15वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया. इस अवसर पर एक दर्जन से भी अधिक गांव के लोग भाग लिये. कई कार्यक्रम भी हुआ. कार्यक्रम के दौरान ऑपरेशन ग्रीन हंट का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए जनता से गोलबंद होने के लिए कहा गया. भारी संख्या में युवक-युवतियों से पीएलजीए में भरती होने की अपील की गयी. सिमडेगा सबजोनल कमेटी के सचिव विश्वमित्र जी ने कहा कि दो दिसंबर 2000 को पीएलजीए का गठन हुआ था. तब से पीएलजीए मारक क्षमता के रूप में काम करते आ रही है. उन्होंने बिशुनपुर थाना क्षेत्र बेती मरवई गांव में पुलिस द्वारा दो मजदूरों को मार गिराने की घटना की निंदा की. कहा कि बिशुनपुर घटना के विरोध में ही पीएलजीए ने लातेहार जिला के बरवाडीह में कैंप पर हमला किया. लातेहार में रेल पटरी उड़ा दी. पुलिस के कई मुखबिर एसपीओ को मौत के घाट उतारा. उन्होंने कहा कि टीपीसी, जेजेएमपी पुलिस के सहयोग नक्सली संगठन है. पुलिस अपनी भारी फौज लगा दे, परंतु पीएलजीए अपना क्रांतिकारी आंदोलन जारी रखेगा. कार्यक्रम में माओवादी कमांडर बुद्धेश्वर उरांव, सिलवेस्टर उर्फ प्रसाद लकड़ा, खुदी मुंडा, यतीन सहित कई लोग थे. वहीं नीच डुमरी, ऊपर डुमरी, सोकराहातू, बूढ़ीकोना, तबेला, उर्रू, बरडीह, सिविल, गनी सहित कई गांव के सैंकड़ों लोग उपस्थित थे.