बस भाड़ा को लेकर संघ के खिलाफ हैं बस मालिक
गुमला: डीजल के दाम में भारी कमी होने के बावजूद बस भाड़ा में कमी नहीं होने से गुमला के लोगों में रोष है. अभी बस ऑनर एसोसिएशन भी भाड़ा कम करने के मूड में नहीं है. इससे लोगों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ एसोसिएशन के खिलाफ में जाकर एक बस मालिक […]
गुमला: डीजल के दाम में भारी कमी होने के बावजूद बस भाड़ा में कमी नहीं होने से गुमला के लोगों में रोष है. अभी बस ऑनर एसोसिएशन भी भाड़ा कम करने के मूड में नहीं है. इससे लोगों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ एसोसिएशन के खिलाफ में जाकर एक बस मालिक ने भाड़ा कम करने का निर्णय लिया है.
बस मालिक रमेश कुमार चीनी ने कहा है कि एक सप्ताह के अंदर अगर एसोसिएशन भाड़ा कम नहीं करती है, तो आम जनता की मांग व गुमला के पिछड़ेपन को देखते हुए वे अपने बस का भाड़ा कम कर देंगे. उन्होंने कहा कि जनता को ज्यादा परेशान करना उचित नहीं है. इसलिए सही निर्णय लेकर भाड़ा कम कर देना चाहिए. यहां बता दें कि गुमला से 150 बसें रांची, पटना, जमेशदपुर, छत्तीसगढ़ राज्य, रामगढ़, हजारीबाग, पलामू व राउरकेला के लिए छूटती है.
डीजल के दाम बढ़ने पर एकदम से नन स्टॉप बस का भाड़ा 100 व रूक कर चलनेवाली बसों का भाड़ा 90 रुपये कर दिया गया. परंतु अब जब डीजल के दाम में लगातार कमी आयी है, तो बस मालिक भाड़ा कम करने को तैयार नहीं हैं. चेंबर ऑफ कॉमर्स जो व्यापारी संगठन है. इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है. चुनाव का रिजल्ट नहीं आने के कारण राजनीति पार्टी के नेता भी इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. खासकर बस भाड़ा को लेकर मुखर रहनेवाली भाजपा व कांग्रेस पार्टी के नेता चुप बैठे हुए हैं.