बच्चों को संस्कार भरी शिक्षा दें
गुमला : गुमला जिले के सभी 12 प्रखंडों में बालक यीशु के जन्मोत्सव का पर्व क्रिसमस धूमधाम के साथ मनाया गया. पर्व को लेकर चारों ओर उत्साह का माहौल रहा. गुमला धर्मप्रांत के 38 पल्लियों (आरसी मिशन) में क्रिसमस पर्व के अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान हुआ. मुख्य समारोह गुमला के संत पात्रिक महागिरजाघर में हुआ. […]
गुमला : गुमला जिले के सभी 12 प्रखंडों में बालक यीशु के जन्मोत्सव का पर्व क्रिसमस धूमधाम के साथ मनाया गया. पर्व को लेकर चारों ओर उत्साह का माहौल रहा.
गुमला धर्मप्रांत के 38 पल्लियों (आरसी मिशन) में क्रिसमस पर्व के अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान हुआ. मुख्य समारोह गुमला के संत पात्रिक महागिरजाघर में हुआ. यहां रात्रि जागरण मिस्सा रात साढ़े दस बजे शुरू हुआ, जो रात 12 बजे तक चला. इसके बाद सुबह में विभिन्न चचरे में पूजा पाठ किया गया. रात्रि मिस्सा में बिशप पॉल लकड़ा ने कहा कि हम सभी एक ही ईश्वर के संतान हैं. हम जीवन के महत्व को समङों. दीन दुखियों की सेवा करें. बुराई से दूर रहें.
मुख्यधारा से जुड़ कर काम करें. गुमला सुंदर जिला है. इसकी ख्याति दूर-दूर तक है. आप इस सुंदर जिले को और बेहतर करने का संकल्प लें. उन्होंने कहा कि जब धरती पर बुराई चरम पर था. चारों ओर त्रहिमाम मचा हुआ था. लोग अंधकार से निकलने के लिए छटपटा रहे थे. ऐसे समय में मनुष्य के इस तकलीफ को ईश्वर ने समझा. ईश्वर ने मानवों की मुक्ति व उद्धार के लिए अपने प्रिय पुत्र बालक यीशु को धरती पर अवतरित किये. बालक यीशु धरती पर अवतरित होते ही बुराई के खिलाफ आवाज उठायें. यीशु ने खुद कष्ट सहे. लेकिन मानव जाति को सही राह दी.
आज हम सभी प्रभु यीशु के संदेशों को अपने जीवन में आत्मसात करें. उनके बताये हुए मार्ग पर चलें. विकास के लिए हमें ईश्वर से प्रार्थना करनी होगी. ख्रीस्तीय विश्वासी एक मजबूत स्तंभ बने. बच्चों की अच्छी शिक्षा व संस्कार दें. उन्हें आगे बढ़ने का मौका दें.