गुमला : गुमला नगर परिषद द्वारा टुकूटोली व दुंदुरिया में 25-25 लाख रुपये से सामुदायिक शौचालय बना. इसका उपयोग नहीं हुआ. देख-रेख के अभाव में शौचालय भवन जर्जर हो गया. इसके बाद पुन: दोबारा शौचालय की मरम्मत में नगर परिषद ने लाखों रुपये खर्च किये. परंतु इस बार भी शौचालय का उपयोग नहीं हुआ. मरम्मत के बाद एक बार फिर शौचालय बेकार पड़ा है.
यहां के सभी महंगे सामान की चोरी हो गयी है. शौचालय निर्माण में जिस प्रकार भ्रष्टाचार का खेल हुआ है. मरम्मत के नाम पर भी नगर परिषद के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने कमीशन खाया. जनता से प्राप्त राजस्व के पैसे से ये दोनों शौचालय बना है. परंतु नगर परिषद की अनदेखी से शौचालय बर्बाद हो गया.
आश्चर्य की बात यह है कि शौचालय का एक दिन भी उपयोग नहीं हुआ और लाखों रुपये बर्बाद हो गये. शौचालय बनाने में जितना पैसा खर्च हुआ. इस पैसे से करीब 15 परिवार को पक्का घर में बसाया जा सकता था. दोनों मुहल्लों में बने शौचालय का दरवाजा क्षतिग्रस्त है. पंखा गायब है. शौचालय का बेसिन को तोड़ फोड़ दिया गया है. पानी की टंकी टूट चुकी है. बिजली की वायरिंग तार गायब है. दोनों भवनों में असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है. शौचालय क्यों बंद है. इसका उपयोग क्यों नहीं हो रहा है. इस संबंध में कोई भी अधिकारी बयान देने को तैयार नहीं है.