बरसात में टापू बन जाता है गोया गांव
* गोया नदी पर पुलिया निर्माण 10 वर्ष पूर्व हुआ था पारित, अभी तक नहीं हुआ पूर्ण * ग्रामीण मसुरिया डैम के नहर के संकरे रास्ते का करते हैं इस्तेमाल गुमला : घाघरा प्रखंड के मसुरिया नदी पर पुलिया के अभाव में बेलागढ़ा पंचायत स्थित गोया गांव बरसात के दिनों में पूरी तरह टापू में […]
* गोया नदी पर पुलिया निर्माण 10 वर्ष पूर्व हुआ था पारित, अभी तक नहीं हुआ पूर्ण
* ग्रामीण मसुरिया डैम के नहर के संकरे रास्ते का करते हैं इस्तेमाल
गुमला : घाघरा प्रखंड के मसुरिया नदी पर पुलिया के अभाव में बेलागढ़ा पंचायत स्थित गोया गांव बरसात के दिनों में पूरी तरह टापू में तब्दील हो जाता है. इससे बरसात के दिनों में गोया ग्राम में 900 ग्रामीणों का संपर्क पंचायत व प्रखंड मुख्यालय से कट जाता है. अल्पसंख्यक बाहुल्य वाले इस गांव में बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. विकास से वंचित इस गांव के लोगों के लिए सुगम पथ तक नसीब नहीं है.
इस संबंध में गांव के मो रेयाज खान, कासिम खान, जाहिद खान, बसीर खान, छोटू खान, फगुआ उरांव आदि ग्रामीणों ने बताया कि प्रखंड व पंचायत मुख्यालय जाने के लिए गांव में दो रास्ते हैं. एक हालमाटी गांव से और दूसरा सीधे पंचायत मुख्यालय बेलागढ़ा से होकर. पंचायत मुख्यालय बेलागढ़ा जाने वाले पथ पर दो छोटी-बड़ी बरसाती नदियां है.
इसमें से एक गोया नदी पर बीआरजीएफ योजना के तहत आरसीसी पुलिया का निर्माण हो रहा है. इसे विशेष प्रमंडल गुमला द्वारा विगत 10 वर्ष पूर्व योजना पारित किया गया था.
इसी से सटे मसुरिया नदी पर पुलिया न होने से ग्रामीण परेशान हैं. मसुरिया नदी पर पुलिया नहीं होने के कारण ग्रामीण हालमाटी गोया पथ के किनारे बना मसुरिया डैम के नहर के संकरे रास्ते से जान जोखिम में डालकर किसी तरह प्रखंड मुख्यालय पहुंचते हैं