झांगुर गुट के सुप्रीमो रामदेव समेत 13 पर प्राथमिकी
अपराधी रामदेव उरांव झांगुर गुट का सुप्रीमो हैउसके ऊपर थानों में 50 से अधिक मामले दर्ज हैगत दिनों पुलिस ने रामदेव के कैंप को ध्वस्त कियाकैंप चलाने के मामले में 13 अपराधियों पर केसप्रतिनिधि, गुमलाबिशुनपुर पुलिस ने झांगुर गुट के सुप्रीमो रामदेव उरांव समेत 13 अपराधियों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. […]
अपराधी रामदेव उरांव झांगुर गुट का सुप्रीमो हैउसके ऊपर थानों में 50 से अधिक मामले दर्ज हैगत दिनों पुलिस ने रामदेव के कैंप को ध्वस्त कियाकैंप चलाने के मामले में 13 अपराधियों पर केसप्रतिनिधि, गुमलाबिशुनपुर पुलिस ने झांगुर गुट के सुप्रीमो रामदेव उरांव समेत 13 अपराधियों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. रामदेव पर हथियार के बल पर रंगदारी वसूली, लेवी वसूलने, गलत तरीके से वरदी कपड़ा का उपयोग करने का आरोप है. गत दिनों पुलिस ने देवरागानी में झांगुर गुट के सुप्रीमो रामदेव उरांव द्वारा चलाये जा रहे कैंप को ध्वस्त कर दिया था. उस समय पुलिस को हथियार समेत जरूरत के कई सामान मिला था. परंतु रामदेव भाग गया था. इसके बाद बिशुनपुर थाना प्रभारी मणिलाल राणा ने थाने में 13 अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. इसमें अपराधी रामदेव उरांव, सुशील उरांव, रमनू उरांव, सुनील बड़ाइक, हरिनिवास, जीतराम उरांव, किशोर कुजूर, सोमा मुंडा, बुनी मुंडा, संतु उरांव, सितवा असुर, चिंदु उरांव व विनोद असुर है. यहां बताते चलें कि रामदेव के ऊपर घाघरा, बिशुनपुर, गुरदरी, चैनपुर व गुमला थाना में 50 से अधिक अपराधिक मामले दर्ज है. उसके ऊपर कई जघन्य हत्याकांड की भी प्राथमिकी है. परंतु वह पुलिस की गिरफ्त से दूर है. कई बार पुलिस उसे पकड़ने के लिए अभियान शुरू की. हर बार वह बचता रहा है. यहां तक कि भाकपा माओवादी भी रामदेव को मारने के लिए उसके गढ़ देवरागानी में घुसे थे. पर वह माओवादियों के हाथ नहीं लगा. ऐसे पुलिस के अनुसार अभी भी वह देवरागानी इलाके में ही छिपा हुआ है.