कांग्रेस नेता व टाना भगतों पर केस
पूनम सिंह ने गुमला के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट में केस कियाप्रतिनिधि, गुमलाशहर की पूनम सिंह ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में कांग्रेस नेता, टाना भगतों व जमीन पर दखल करने वालों के खिलाफ केस किया है. इसमें दस लोगों को नामजद व 250 महिला व पुरुष टाना भगतों को आरोपी बनाया गया […]
पूनम सिंह ने गुमला के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की कोर्ट में केस कियाप्रतिनिधि, गुमलाशहर की पूनम सिंह ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में कांग्रेस नेता, टाना भगतों व जमीन पर दखल करने वालों के खिलाफ केस किया है. इसमें दस लोगों को नामजद व 250 महिला व पुरुष टाना भगतों को आरोपी बनाया गया है. केस में उसने कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष मानिकचंद साहू, रामनिवास प्रसाद, अखिल भारतीय टाना भगत संघ के मदन टाना भगत, पति टाना भगत, जीता टाना भगत, बिरसा टाना भगत, मतिया टाना भगत, अखौरी निरंजन कृष्ण व शशिरंजन अखौरी को नामजद आरोपी बनाया है. इन लोगों के ऊपर जमीन पर कब्जा करने के लिए छह जनवरी को घर में घुस कर घर पर रखे सामान निकाल कर बाहर फेंकने, 52 हजार रुपये का सोने का चैन, नकद सात हजार रुपये, जेवर, पायल, सोने का कणफूल, अंगूठी सहित कई सामान लूट कर ले जाने, मारपीट करने का आरोप लगायी है. पूनम सिंह ने कहा है कि उक्त जमीन स्वतंत्रता सेनानी अनिरुद्ध प्रसाद सिंह के नाम से है. 1942 से उस जमीन पर रहते आ रहे हैं. नगर पंचायत से रसीद भी कट रहा है. 1982 को एकरारनामे के आधार पर एक कमरे में कांग्रेस को कार्यालय चलाने के लिए दिया गया था. परंतु अब उस जमीन पर जबरन कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है. पूनम सिंह ने कहा है कि सबसे पहले 10 दिसंबर 2014 को 20 से 25 लोग घुसे धमकी दी थी. इसके बाद चार जनवरी 2015 को टाना भगतों को उकसा कर गेट का ताला तुड़वाया गया. टाना भगत ने परिसर में घुस कर मारपीट की.