वित्तीय वर्ष 2021-22 में गुमला जिले के पांच एकड़ से कम जल क्षेत्र वाले कुल 58 तालाबों के जीर्णोद्धार की योजना है. योजना का क्रियान्वयन भूमि संरक्षण विभाग गुमला से होगा. इसके लिए भूमि संरक्षण विभाग को झारखंड सरकार की ओर से राज्यादेश प्राप्त हुआ है. 58 तालाबों में 29 सरकारी तालाब एवं 29 निजी तालाबों का जीर्णोद्धार होगा. 58 तालाबों में से 75 प्रतिशत तालाबों का जीर्णोद्धार स्थानीय विधायकों एवं शेष 25 प्रतिशत तालाबों का जीर्णोद्धार उपायुक्त गुमला की अनुशंसा पर होगा.
सरकारी व निजी तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए ग्रामसभा/विशेष ग्रामसभा द्वारा योजना पारित होना चाहिए. साथ ही विगत पांच वर्षों से उक्त तालाब में किसी भी सरकारी विभाग, मनरेगा अथवा आईएपी आदि में से कोई कार्य नहीं होने का (अनापत्ति) प्रमाण पत्र प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा निर्गत होना चाहिए. सिंचाई हेतु प्रपत्र में तालाब के समीप अवस्थित कम से कम 20 से 25 कृषकों की सूची, उनका खाता संख्या व प्लॉट संख्या के साथ कुल 25 से 30 एकड़ रकबा होना चाहिए.
निजी तालाब में यदि भूमि पूर्वज के नाम से है, तो उसका वंशावली अंचल कर्मचारी द्वारा देय होगा. जिसमें आवेदन कर्ता का नाम स्पष्ट होना चाहिए. वहीं जब ग्रामसभा/विशेष ग्रामसभा द्वारा योजना पारित होने के बाद तालाब के जीर्णोंद्धार के लिए स्थानीय विधायक अथवा उपायुक्त अनुशंसा करेंगे. जिसमें गुमला विधायक भूषण तिर्की की अनुशंसा पर सात सरकारी व सात निजी तालाब, सिसई विधायक जिग्गा सुसारेन होरो सात सरकारी व सात निजी तालाब, बिशुनपुर विधायक चमरा लिंडा छह सरकारी व छह निजी तालाब, सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा दो सरकारी व दो निजी तालाब एवं उपायुक्त सात सरकारी व सात निजी तालाबों के जीर्नोद्धार की अनुशंसा करेंगे.