Jharkhand news, Gumla news : गुमला (दुर्जय पासवान) : प्रभात खबर और सीडब्ल्यूसी की संयुक्त पहल पर 3 साल बाद 4 बहनें अपने पिता से मिलकर खुशी से झूम उठी. बुधवार को बिहार निवासी मुन्ना मंडल गुमला पहुंचा और अपनी 4 बेटियों को अपने साथ अपने घर ले गया. मुन्ना मंडल की पत्नी मीना देवी अपनी 4 बेटियों को लेकर 3 साल पहले अपने मायके रायडीह प्रखंड के लौकी गांव आयी थी. लेकिन, घर पहुंचते ही मीना देवी बीमार हो गयी और इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी. मां की मौत के बाद उसके परिजनों ने गरीबी के कारण चारों बहनों को सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया था. सीडब्ल्यूसी चारों बहनों को बालगृह में रखा.
सीडब्ल्यूसी ने मृतक मीना देवी की चारों बेटियां आरती कुमारी, नेहा कुमारी, छोटी कुमारी और रेणु कुमारी के पिता मुन्ना मंडल का पता लगाना शुरू किया. सीडब्ल्यूसी, बिहार ने भी मुन्ना मंडल का पता लगाने में काफी सहयोग किया. इस दौरान प्रभात खबर ने भी ‘मुन्ना मंडल की चारों बेटियां गुमला में फंस गयी है’ खबर को प्रकाशित किया.
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इस दौरान 6 माह पहले कटिहार में मुन्ना मंडल के घर का पता चला. लेकिन, लॉकडाउन के कारण गाड़ी नहीं चलने के कारण वह अपनी बेटियों को ले जाने में असमर्थ था. इधर, जब गाड़ी चलनी शुरू हुई, तो वह गुमला पहुंचा और अपनी बेटियों को कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद अपने साथ ले गया.
मुन्ना मंडल टेंट हाउस चलाकर जीविका चलाता है. लेकिन, लॉकडाउन में उसका व्यवसाय ठप हो गया. वह बुधवार को जब गुमला पहुंचा, तो उसके पास वापस बिहार जाने के लिए पैसे नहीं थे. बिहार से गुमला आने में उसका सारा पैसा खर्च हो गया. बिहार वापस जाने के लिए पैसा नहीं था. प्रभात खबर की पहल पर समाजसेवी रमेश कुमार चीनी ने मुन्ना मंडल एवं उसकी बेटियों को बिहार जाने के लिए गाड़ी भाड़ा का पैसा दिये. पैसा मिलने के बाद मुन्ना मंडल ने आभार प्रकट किया. मौके पर सीडब्ल्यूसी सदस्य सुषमा देवी, संजय कुमार भगत, बालगृह की रूबी कुमारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे.
Posted By : Samir Ranjan.