एतवारी को मिलेगा सरकारी लाभ : डीसी

पालकोट के लोटवा गांव की है एतवारी दलालों ने दिल्ली में बेच दिया था. 23 साल बाद घर लौटी डीसी ने एतवारी को सरकारी लाभ देने का किया वादा गुमला : पालकोट प्रखंड के लोटवा गांव की एतवारी कुमारी से शुक्रवार को डीसी गौरीशंकर मिंज ने बात की. डीसी ने घर की स्थिति व मिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2015 10:46 AM

पालकोट के लोटवा गांव की है एतवारी

दलालों ने दिल्ली में बेच दिया था. 23 साल बाद घर लौटी
डीसी ने एतवारी को सरकारी लाभ देने का किया वादा
गुमला : पालकोट प्रखंड के लोटवा गांव की एतवारी कुमारी से शुक्रवार को डीसी गौरीशंकर मिंज ने बात की. डीसी ने घर की स्थिति व मिल रहे सरकारी लाभ की जानकारी ली. एतवारी ने कहा कि उसके पास कुछ नहीं है. घर की स्थिति खराब है. मां बिरसमुनी देवी उर्फ पेटी बेकार है.
घर में खाने-पीने में दिक्कत हो रही है. एतवारी की समस्या सुनने के बाद डीसी ने कहा कि सरकारी लाभ मिलेगा. मां बिरसमनी को विधवा पेंशन दिया जायेगा. इंदिरा आवास से घर बनेगा. खाने के लिए चावल भी उपलब्ध कराया जायेगा. वहीं एतवारी को ब्यूटीशियन व सिलाई कढ़ाई का कोर्स कराया जायेगा. जिससे एतवारी खुद की जिंदगी जी सके. यहां बताते चलें कि एतवारी को दलालों ने दिल्ली में बेच दिया था. पी भीमसेन टुटी की पहल से 23 साल बाद एतवारी को दिल्ली से मुक्त करा कर लाया गया. एतवारी के घर आने के बाद उसके घर की आर्थिक स्थिति सामने आया. मां बेकार है. पांच बेटी में तीन की शादी हो गयी. दो बेटी कुंवारे हैं.
एतवारी के पुनर्वास व सरकारी लाभ देने के नाम पर प्रखंड प्रशासन सोयी रही. एतवारी के इस समस्या को प्रभात खबर ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया. इसके बाद शुक्रवार को सीडब्ल्यूसी के सदस्य अशोक कुमार मिश्र, धनंजय मिश्र व अलख नारायण सिंह लोटवा डुगडुगी गांव पहुंचे. एतवारी व उसकी मां बिरसमनी को गुमला लेकर पहुंचे. इसके बाद डीसी से उनके कार्यालय में जाकर मुलाकात की. डीसी ने एतवारी को सरकारी लाभ देने का वादा किया.
1992 में एतवारी को बेचा गया था: 1992 में एतवारी कुमारी जब आठ साल की थी, तो उसे मानव तस्करों ने दिल्ली में बेच दिया था. जहां वह हाई प्रोफाइल माने जाने वाले मैथ्यू साहब के यहां काम करती थी. मैथ्यू अधिकांश समय अमेरिका में रहता है. इसलिए अमेरिका जाने के समय वह एतवारी को किसी के घर में छोड़ देता था. जहां उसका शोषण हो रहा था. गुमला पुलिस जब दिल्ली गयी तो एतवारी को गुड़गांव के रैना रिबेलो के घर से मुक्त करायी और गुमला लेकर पहुंची.
परिजनों को मिल रही है धमकी: एतवारी के बयान पर मानव तस्कर राम सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. परंतु अब आरोपी के परिजन एतवारी व उसकी मां को धमकी दे रहे हैं. बिरसमनी ने कहा कि राम की बहन उसके घर आयी थी. कहा केस उठा लो. मामला को आगे नहीं बढ़ाने की धमकी दी है. इससे पहले भी उसे डराया गया है. इससे बिरसमनी डरी हुई है. एतवारी को कुछ न हो जाये. यह चिंता बिरसमनी को है. इस संबंध में सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष तागरेन पन्ना ने कहा कि एतवारी को गुमला में सीडब्ल्यूसी के संरक्षण में रखा जायेगा.
सरकारी सुविधा के नाम पर कुछ नहीं: मां बिरसमनी ने कहा कि पति की निधन हो गया है. पांच बेटी है. इसमें तीन की शादी की है. दो बेटी अभी घर पर हैं. ढाई एकड़ खेत में तीन हिस्सा है. साझा में खेती कर कुछ अनाज मिलता है. सरकारी सुविधा के नाम पर कुछ नहीं मिला है. पेंशन नहीं मिलता
. बीपीएल व राशन कार्ड नहीं है. इंदिरा आवास का लाभ नहीं मिला है. आज भी बेकारी जिंदगी गुजर रही है. बिरसमनी ने सरकारी सुविधा जल्द देने की मांग की है. एतवारी घर आयी. हम कैसे जी रहे हैं. प्रखंड प्रशासन आज तक हालचाल जानने नहीं पहुंची.

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