समस्या दूर नहीं तो उग्र आंदोलन की चेतावनी
गुमला प्रखंड के उत्तरी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर धरना.18 गुम 17 में मंच पर बैठे अतिथिप्रतिनिधि, गुमलागुमला प्रखंड के उत्तरी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर बुधवार को ग्राम स्वराज्य संघर्ष मंच ने कचहरी परिसर में धरना दिया. अध्यक्षता जिप सदस्य हंदु भगत ने की. समस्या दूर नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी. कहा […]
गुमला प्रखंड के उत्तरी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर धरना.18 गुम 17 में मंच पर बैठे अतिथिप्रतिनिधि, गुमलागुमला प्रखंड के उत्तरी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर बुधवार को ग्राम स्वराज्य संघर्ष मंच ने कचहरी परिसर में धरना दिया. अध्यक्षता जिप सदस्य हंदु भगत ने की. समस्या दूर नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी. कहा कि अभी तक स्थानीय नीति लागू नहीं किया गया है, इससे झारखंडवासियों को परेशानी हो रही है. यहां गरीब वर्ग बेकारी व भुखमरी में जी रहे हैं. पर उनके पास बीपीएल नंबर नहीं है. राशन कार्ड नहीं बना है. सरकारी लाभ नहीं मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर जो धनी संपन्न हैं, उनके पास सभी सुविधा है. बीपीएल का भी लाभ ले रहे हैं. टुकूटोली, सारू, करंजमोड़, घटगांव, सोसा मोड़ से जाना व लट्ठा गांव तक सड़क खराब है. अभी तक इसका विस्तारीकरण नहीं हुआ है. 60 वर्ष से ऊपर के वृद्धों को पेंशन नहीं मिल रहा है. आंजनधाम आज भी विकास की बाट जोह रहा है. झारखंड आंदोलनकारी मोरचा के संयोजक अजीत कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि जनता समस्याओं से त्रस्त हैं. परंतु उन समस्याओं को दूर करने में प्रशासन विफल साबित हो रही है. धरना के बाद 12 सूत्री मांग पत्र मुख्यमंत्री के नाम डीसी को सौंपा गया. मौके पर मुखिया प्रतिमा देवी, केश्वर साय, वार्ड सदस्य लोहरा सिंह, महेंद्र उरांव, दीपक बाड़ा, एतवारी उरांइन, बंधना उरांव, दर्शन सिंह, जोन उरांव, एतवा उरांव, दिनबंधु सिंह, हीरा सिंह, वीणा देवी, परिबो भगत, देवमनी देवी, सधैन देवी, चरिया देवी, असरिता केरकेट्टा, सीता तिर्की, एतवारी टोप्पो, फुलो उरांव, भिनसारी उरांव सहित कई लोग थे.