लकड़बग्घे से लड़ी मां बचायी बच्चों की जान

सिसई : जान जोखिम में डाल कर मां ने अपने दो बच्चों की जान बचायी. लगभग 10 मिनट तक लकड़बग्घे से लड़ती रही. मां का हौसला देख गांववाले भी अचंभित हैं. घटना शुक्रवार की है. सिसई प्रखंड स्थित पुसो पंचायत के निजमा गांव की कमला देवी निजमा नदी के समीप अपने खेत में टमाटर तोड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2015 5:28 AM
सिसई : जान जोखिम में डाल कर मां ने अपने दो बच्चों की जान बचायी. लगभग 10 मिनट तक लकड़बग्घे से लड़ती रही. मां का हौसला देख गांववाले भी अचंभित हैं. घटना शुक्रवार की है. सिसई प्रखंड स्थित पुसो पंचायत के निजमा गांव की कमला देवी निजमा नदी के समीप अपने खेत में टमाटर तोड़ रही थी. साथ गये उसके दोनों बच्चे नकुल सिंह (10 माह) व विद्या कुमारी (तीन वर्ष) खेत में खेल रहे थे.
इसी बीच गांव से सटे पहाड़ से एक लकड़बग्घा उतरा और उसके पुत्र नकुल को अपने मुंह में दबोच कर भागने लगा. बच्चे के रोने की आवाज सुन कर मां कमला देवी पलटी, तो उसके होश उड़ गये.
पर, हिम्मत जुटाते हुए वह लकड़बग्घा की ओर दौड़ी. उससे लड़ कर किसी तरह से अपने बच्चे को लकड़बग्घे के मुंह से छुड़ा ली. तब तक कमला देवी के चेहरे और आंख पर लकड़बग्घा पंजा मार चुका था. वह बुरी तरह घायल हो चुकी थी. इसके बाद लकड़बग्घा 10 वर्षीय विद्या कुमारी की ओर बढ़ा. लकड़बग्घा को विद्या की ओर बढ़ते देख कमला देवी ने एक बार पुन: हिम्मत बटोरी और लकड़बग्घे से जूझ पड़ी. कमला के अनुसार, लगभग 10 मिनट तक लकड़बग्घा से वह जूझती रही. आखिरकार लकड़बग्घा वहां से पहाड़ की ओर भाग निकला. घायल कमला देवी किसी तरह अपने बच्चों को लेकर घर लौटी.
गांववालों को जब इसकी जानकारी हुई, तो लोहंजरा गांव के महमूद आलम व समद अंसारी सहित दिलेश्वर सिंह, खलील हुसैन, तौफिक हुसैन व हेमंत कुमार ने तीनों को इलाज के लिए सिसई रेफरल अस्पताल ले गये. अस्पताल में वन विभाग के लोग पहुंचे. तीनों की स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने थाना व वन विभाग में आवेदन देने की बात कही, ताकि सरकारी सहायता राशि उपलब्ध कराया जा सके.

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