झारखंड कृषि क्षेत्र में आगे: डॉ सुभाष

बिशुनपुर : बिशुनपुर प्रखंड के सिलम गांव में कृषि विज्ञान केंद्र का कृषि तकनीकी सप्ताह का शनिवार को संपन्न हुआ. इसमें गुमला, लोहरदगा व लातेहार जिला के कृषकों के अलावा कृषि से जुड़े कई जानकार व वैज्ञानिक मौजूद थे. एक सप्ताह तक चले इस कार्यक्रम में किसानों को नयी तकनीक से खेती की जानकारी दी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 1, 2015 7:47 AM

बिशुनपुर : बिशुनपुर प्रखंड के सिलम गांव में कृषि विज्ञान केंद्र का कृषि तकनीकी सप्ताह का शनिवार को संपन्न हुआ. इसमें गुमला, लोहरदगा व लातेहार जिला के कृषकों के अलावा कृषि से जुड़े कई जानकार व वैज्ञानिक मौजूद थे. एक सप्ताह तक चले इस कार्यक्रम में किसानों को नयी तकनीक से खेती की जानकारी दी गयी. मुख्य अतिथि जिला कृषि पदाधिकारी डॉ सुभाष कुमार ने कहा कि अभी सभी की नजर कृषि में है. कृषि को बढ़ावा देने का प्रयास हो रहा है. हमारे देश की जनसंख्या जिस तेजी से बढ़ रही है. इसके लिए जरूरी है कि कृषि उत्पादन पर हम ध्यान दें. जितने खेत है, उतने में ही खेती करें. सरकार की योजना आपकी योजना है. इसका सही उपयोग करें. वर्मी कंपोस्ट बनाये. इसका लाभ आपको मिलेगा. परती जमीन नहीं छोड़ें. अधिक उत्पादन के लिए तकनीक अपनायें. उन्होंने कहा कि अगर किसान मेहनत करेंगे, तो उसका फल मिलेगा. नेतरहाट स्कूल के शिक्षक रंजन कुमार ने कहा कि आज के दौर में कृषि शिक्षा प्राप्त करने की जरूरत है. युवा पीढ़ी आगे आकर कृषि को अपनायें.मंच का संचालन नीरज कुमार ने किया.

अच्छी खेती खुशहाल परिवार : महेंद्र : विकास भारती बिशुनपुर के कोषाध्यक्ष महेंद्र भगत ने कहा कि किसान मेहनत करें, उसका फल मिलेगा. अच्छी खेती, खुशहाल परिवार. जैसा अन्न लेंगे. वैसा मन व स्वास्थ्य होगा. इसलिए हम प्रयास करें. जो अन्न पैदा करते हैं. उसका सेवन खुद भी करें और उसे बेच कर आर्थिक स्थिति को मजबूत करें.

सीमित संसाधन में अच्छा काम : डॉ संजय : कृषि विज्ञान केंद्र के समन्वयक डॉ संजय कुमार ने कहा कि आज विज्ञान दिवस है. आज कुछ जानने व बताने का दिन है. ताकि हम तरक्की के मार्ग पर बढ़ सके. अगर आपके इरादे नेक हैं. तो निश्चित रूप से उसका फल मिलेगा. सीमित संसाधन में कृषि विज्ञान केंद्र इस क्षेत्र में कृषि को बढ़ावा देने के लिए अच्छा काम कर रहा है. झारखंड में कहा जाता है कि कृषि नहीं है. परंतु यह गलत है. 2000 में जब बारिश हुई थी. हर खेत व टाड़ में फसल उगे थे.

जानकारी को अमल में लाना है : कृषक : किसान संदीप यादव ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों द्वारा जो जानकारी दी गयी है. यह सभी किसानों के लिए फायदेमंद है. जरूरत है जो जानकारी मिली है. उसका हम अपने जीवन व कार्य में लायें. भरनो के प्रखंड समन्वयक पंकज कुमार ने कहा कि ईमानदारी से काम करेंगे, तो उसका लाभ जरूर मिलेगा.

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