घरों के छप्पर उड़े, फसल भी बरबाद
प्राकृतिक आपदा. गत रात्रि लगभग नौ बजे बारिश के साथ आंधी तूफान गुमला : आंधी तूफान और हल्की बारिश के कारण गुमला जिला में दर्जनों लोगों का आसियाना उजड़ गया. कइयों के फसल बरबाद हो गये और कई फुटपाथ दुकानदारों के दुकान तहस-नहस हो गये. जिस कारण जिलेवासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. इसके अलावा […]
प्राकृतिक आपदा. गत रात्रि लगभग नौ बजे बारिश के साथ आंधी तूफान
गुमला : आंधी तूफान और हल्की बारिश के कारण गुमला जिला में दर्जनों लोगों का आसियाना उजड़ गया. कइयों के फसल बरबाद हो गये और कई फुटपाथ दुकानदारों के दुकान तहस-नहस हो गये. जिस कारण जिलेवासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. इसके अलावा कई स्थानों पर सड़क के बीचो-बीच पेड़ मोटी-मोटी डालियां भी गिरी हुई थी. सबसे भारी नुकसान गुमला प्रखंड स्थित असनी पंचायत के नदीटोली गांव में हुआ है.
इस गांव में कुल 12 ग्रामीणों के घरों के छत उड़ गये. वहीं तीन किसानों का फसल भी बरबाद हो गया. यह घटन गत मंगलवार रात्रि की है. हालांकि मंगलवार को दिन भर मौसम साफ था. लेकिन शाम लगभग सात बजे अचानक से बारिश शुरू हुई और तेज गति से हवाएं चलने लगी. फिर हवाओं का वेग इतना बढ़ा कि वह तूफान के रूप में बदल गया और रात्रि लगभग नौ बजे कइयों को नुकसान दे गया. पीड़ित लोगों ने जिला प्रशासन से क्षतिपूर्ति की गुहार लगायी है.
आंधी तूफान ने 12 लोगों के आसियाना उजाड़ दिया
नदीटोली गांव के कंदना उरांव, बंधन उरांव, लुसा उरांव, बिरसई उरांव, कार्तिक उरांव, एतवा उरांव, संजय खेस, सोमरा खेस, पलटू कच्छप, मोतीलाल उरांव, मुक्ता बालेश्वर उरांव व फिरंगी देवी के घरों के छत उड़ गया. इसमें से कइयों के छत्त एस्बेट्स के थे. जो तेजी आंधी तूफान के कारण दूर खुले खेत में जा गिरा. इसके अलावा अलावा कइयों के मिी मकान भी धराशायी होने के कगार पर पहुंच गया है. इन ग्रामीणों ने बताया कि जंगल के बीच में गांव है. जिस कारण प्राय: ऐसे आंधी तूफान को ङोलना पड़ता है. ग्रामीण कहते हैं कि हमारा मुख्य पेशा कृषि है. इससे जो आमदनी होती है. उसी से सब कुछ करना पड़ता है. ऐसी स्थिति में पक्का मकान बना पाना मुश्किल है.
इन किसानों का फसल बरबाद हो गया
गांव के ही रंजीत उरांव, पुसदेव उरांव व मुक्ता बालेश्वर उरांव का फसल बरबाद हो गया. इन लोगों ने बताया कि खेत में लगे खीरा, भिंडी और बोदी का फसल बरबाद हो गया. इन किसानों ने बताया कि कर्ज लेकर खेती किये थे. लेकिन तूफान और पानी सब कुछ तहस नहस कर दिया. खाने के तो पहले से ही लाले पड़े थे. लेकिन अब इस नुकसान ने और भी ज्यादा नुकसान कर दिया है.
शादी समारोह का रौनक हो गया फीका
नदीटोली गांव में कंदना उरांव के यहां गत रात्रि शादी समारोह का खान-पान हो रहा था. लेकिन तेज हवाओं ने शादी समारोह की रौनक को फीका कर दिया. गांव के अन्य ग्रामीण कंदना के घर खाना-पीना करने पहुंचे थे. वे बैठ कर खा ही रहे थे कि तेज हवाओं ने कंदना के घर के छत्त (एस्बेट्स) को उड़ा दिया. जो दूर खेत में जाकर गिरा और टूट कर बिखर गया. वहीं इधर घर पर बैठे मेहमान किसी बड़ी अनहोनी घटना की आशंका व्यक्त करे हुए इधर-उधर भाग उठे.