जगरनाथ पासवान, गुमला:
गुमला जिले में लगभग 4.40 लाख हेक्टेयर भूमि में पौधरोपण किया जायेगा. पौधरोपण कार्य वन प्रमंडल गुमला द्वारा कराया जायेगा, जिसका तैयारी वन विभाग ने कर ली है. वन प्रमंडल कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 4.40 लाख हेक्टेयर भूमि में पर लगभग 4.32 लाख पौधे लगाये जायेंगे. पौधरोपण के लिए स्थल चिह्नित कर लिया गया है. मुख्य रूप से अधिसूचित वन भूमि अंतर्गत जंगल के किनारे व बीच में,
समतल मैदान, स्टेट हाइवे व नेशनल हाइवे के किनारे, तालाबों व नदियों के किनारे तथा स्कूल परिसरों में पौधरोपण किया जायेगा. अधिसूचित वन भूमि अंतर्गत जंगल के किनारे, जंगल के बीच में समतल मैदान समेत स्टेट हाइवे व नेशनल हाइवे के किनारे तथा तालाबों व नदियों के किनारे पौधरोपण कार्य स्थानीय ग्रामीणों द्वारा कराया जायेगा, ताकि उनलोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल सके. पौधरोपण में किस-किस प्रकार के वृक्ष लगाये जायेंगे. विभाग ने इसका भी चयन कर लिया गया है. जंगली प्रजाति के वृक्ष, कटहल, पीपल, बर, साल, सागवान, आसन, गुलमोहर समेत अन्य वृक्षों के पौधे लगाये जायेंगे.
चिड़ियों को ध्यान में रखते हुए कटहल व पीपल के पेड़ लगाये जायेंगे. वहीं हाथियों के गांवों की ओर रुख करने से रोकने के लिए बांस लगाये जायेंगे. कई बार ऐसा हुआ है कि हाथी जंगल से निकलने के बाद गांवों की ओर रुख करते हैं, जिससे गांवों में जान-माल की क्षति होती है. इसके निदान के उद्देश्य से जंगलों के किनारे बांस लगाये जायेंगे. वहीं जंगल के किनारे, जंगल के बीच में और समतल मैदान में जंगली प्रजाति के पेड़ लगाये जायेंगे. विशेषकर साल, सागावान, आसन जैसे काष्ठ प्रजाति के पेड़ लगाये जायेंगे.