केस उठाने के लिए मानव तस्कर बना रहे हैं दबाव

दुजर्य पासवान गुमला : 23 साल बाद दिल्ली से मुक्त हुए पालकोट की एतवारी कुमारी के ऊपर केस उठाने के लिए दबाव डाला जा रहा है. मानव तस्कर के रिश्तेदार उसके घर तक पहुंच जा रहे हैं. केस उठाने के दबाव के साथ प्रलोभन भी दिया जा रहा है.इससे एतवारी डरी हुई है. मानव तस्कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2015 6:12 AM
दुजर्य पासवान
गुमला : 23 साल बाद दिल्ली से मुक्त हुए पालकोट की एतवारी कुमारी के ऊपर केस उठाने के लिए दबाव डाला जा रहा है. मानव तस्कर के रिश्तेदार उसके घर तक पहुंच जा रहे हैं. केस उठाने के दबाव के साथ प्रलोभन भी दिया जा रहा है.इससे एतवारी डरी हुई है.
मानव तस्कर राम सिंह के रिश्तेदार जब एतवारी के घर पहुंच कर उस पर दबाव बना रहे थे तो उसने इसकी जानकारी चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्य अलख नारायण सिंह को फोन पर दी है. उन्होंने मिल रहे प्रलोभन व दबाव के बारे में जानकारी दी.
मानव तस्करों द्वारा एतवारी को मैनेज करने के लिए गुरुवार को डुगडुगी गांव से पालकोट बुलाया गया था. लेकिन एतवारी डर से पालकोट नहीं आयी. इस संबंध में अलख नारायण सिंह ने बताया कि बुधवार को एतवारी ने फोन पर जानकारी दी कि उसके घर कुछ लोग आये थे और केस उठाने की बात कर रहे थे.
श्री सिंह ने कहा कि केस उठाने के लिए एतवारी को प्रलोभन दिया जा रहा है.ताकि सभी आरोपी बच सकें. कहा कि एतवारी 23 साल तक दिल्ली में मजदूरी की है. जिसका उसे एक पैसा भी नहीं मिला है. लाखों रुपये मजदूरी बनता है. ऊपर से दिल्ली ले जाकर बेचनेवाले आरोपी इस मामले में फंसे हुए हैं. एतवारी ने केस भी की है. इसलिए मानव तस्कर पूरे मामले को रफा दफा करने में लगे हुए हैं.
पुलिस ने एतवारी को मुक्त कराया था : एतवारी को दलालों ने 1992 में दिल्ली में ले जाकर बेच दिया था. जब उसे दिल्ली में बेचा गया था, उस समय एतवारी की उम्र आठ साल थी. अब जब वह वापस लौटी तो उसकी उम्र 29 साल हो गयी है. यानि वह दिल्ली में वह 23 साल रही. एतवारी घर का नाम है. दिल्ली में उसे रीता के नाम से जाना जाता है. दलालों ने ही उसकी पहचान छुपाने के लिए रीता नया नाम दिया था. रीता को फरवरी माह में गुमला पुलिस ने मुक्त कराया है.
इसके बाद सीडब्ल्यूसी (चाइल्ड वेलफेयर कमेटी) को सौंपा गया. जहां से रीता का बयान लेने के बाद उसकी मां को उसे सौंप दिया गया.
विदेशी मैथ्यू के घर में रहती थी : एसपी के निर्देश के बाद एक टीम दिल्ली गयी थी. दिल्ली में गोल्फ लिंक क्रॉस रोड गुड़गांव स्थित रैना रिबलो, पति एडी रिबेलो के घर से एतवारी को मुक्त कराया गया था. मैथ्यू साहब नामक व्यक्ति ने रीता को रैना के घर में एक साल से रख रखा था.
मैथ्यू विदेशी है और विदेश में ज्यादा रहता है. वह कभी भी दिल्ली में आता है. मैथ्यू व राम सिंह के खिलाफ एतवारी केस की है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. सबसे दिलचस्प बात कि सरकार की योजना का लाभ भी एतवारी व उसके परिजनों को नहीं मिल रहा है.

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