शहर के 48 सीसीटीवी कैमरे 15 दिनों से बंद

पैकेज समाप्त होने के कारण हैं बंद, फुटेज की जरूरत पड़ने पर भटकती है पुलिस

By Prabhat Khabar News Desk | April 9, 2024 9:51 PM

पैकेज समाप्त होने के कारण हैं बंद, फुटेज की जरूरत पड़ने पर भटकती है पुलिस

गुमला. गुमला शहर में निगरानी व सुरक्षा व्यवस्था के लिए हर व्यस्त व सार्वजनिक स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. सीसीटीवी कानून की तीसरी आंख मानी जाती है, जो बीते 15 दिनों से बंद है. गुमला में जब कोई घटना घटती है और पुलिस को जब इन कैमरों की जरूरत पड़ती है, तब यह बंद मिलते हैं. पुलिस को बदमाशों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज के लिए कभी दुकानों, तो कभी घरों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों को खोजना पड़ता है. बता दें कि गुमला की सुरक्षा, अपराधियों, चोरों के अलावा किसी भी घटना पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे की जरूरत पड़ती है. परंतु बीते 15 दिनों से सीसीटीवी कैमरे बंद रहने से परेशानी हो रही है. हालांकि, गुमला शहर के कई दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, परंतु, प्रमुख चौक- चौराहों में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद हैं. बताया जा रहा है कि सीसीटीवी कैमरे की संचालन की जिम्मेवारी गुमला नगर परिषद को है. परंतु, सभी कैमरों का पैकेज समाप्त होने के बाद कैमरे बंद पड़े हैं. हालांकि, प्रभात खबर गुमला कार्यालय द्वारा प्रशासन को सूचना देने के बाद बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों को चालू करने की पहल शुरू कर दी गयी है. संभावत: एक-दो दिन के अंदर सभी कैमरे चालू हो जायेंगे. कोर्ट कैंपस के भी बंद हैं सीसीटीवी कैमरे: कोर्ट कैंपस में आठ कैमरे लगे हैं, परंतु ये सभी कैमरे भी बंद हैं. इससे कोर्ट कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो रहा है. कोर्ट कैंपस में बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों की जानकारी प्रशासन को है. इसके बाद भी गुमला प्रशासन इन कैमरों को चालू करने की दिशा में अब तक पहल करती नजर नहीं आयी है.

जुलूस पर निगरानी जरूरी: अभी गुमला में ईद, सरहुल व रामनवमी पर्व है. सरहुल व रामनवमी में जुलूस निकलते हैं, जिसमें 50 हजार से अधिक लोग शामिल होते हैं. भीड़ में कुछ असामाजिक किस्म के लोग भी रहते हैं, जिससे माहौल बिगड़ने का डर बना रहता है. ऐसे में सीसीटीवी कैमरे चालू रहेंगे, तो कंट्रोल रूम से भीड़ पर नजर रखी जा सकती है.

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गुमला में पुलिस कानून व्यवस्था पर कड़ी नजर रखे हुए हैं, जिससे आये दिन हो रही चोरी की घटनाओं पर कमी आयी है. परंतु, सीसीटीवी कैमरे जो कानून की तीसरी आंख मानी जाती है, अगर वे सभी चालू रहे, तो क्राइम कंट्रोल में सहायता मिलेगी.

रमेश कुमार चीनी (पूर्व अध्यक्ष, चेंबर)

गुमला शहर में 40 से 50 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. परंतु बीतें कई दिनों से ये सभी कैमरे बंद हैं. गुमला प्रशासन से मैं मांग करता हूं कि गुमला शहर की विधि-व्यवस्था, सुरक्षा के लिए बंद पड़े सभी कैमरों को अविलंब चालू किया जाये.

राजनील तिग्गा (युवा समाजसेवी)

गुमला शहर के अंदर के सभी सीसीटीवी कैमरे बंद हैं, जबकि शहर से सटे गांवों में जितने भी कैमरे लगे हुए हैं, वे चालू हैं. इसलिए प्रशासन से अनुरोध करता हूं कि शहर में बंद पड़े कैमरों को चालू किया जाये, ताकि क्राइम कंट्रोल में मदद मिले.

मो सरवर (समाजसेवी)

नगर परिषद गुमला द्वारा सीसीटीवी कैमरे बंद होने के पीछे पैकेज का मामला है. सभी बंद पड़े सीसीटीवी कैमरे को चालू करने की पहल शुरू कर दी गयी है. पर्व से पहले शहर के सभी बंद पड़े सीसीटीवी कैमरे चालू कर दिये जायेंगे.

शंभु कुमार सिंह (एसपी)

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