मांग पूरी नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन : दैनिक मजदूर
प्रतिनिधि, गुमलासदर अस्पताल में कार्यरत दैनिक मजदूरों की बैठक गुरुवार को ब्लड बैंक के समीप हुई. अध्यक्षता एंबुलेंस चालक प्रकाश खाखा ने की. बैठक में बुधवार को डीसी को सौंपे गये आवेदन के संबंध में चर्चा की गयी. चर्चा के क्रम में मजदूरों ने कहा कि अगर प्रशासन हमारी मांगों पर कार्रवाई नहीं करता है, […]
प्रतिनिधि, गुमलासदर अस्पताल में कार्यरत दैनिक मजदूरों की बैठक गुरुवार को ब्लड बैंक के समीप हुई. अध्यक्षता एंबुलेंस चालक प्रकाश खाखा ने की. बैठक में बुधवार को डीसी को सौंपे गये आवेदन के संबंध में चर्चा की गयी. चर्चा के क्रम में मजदूरों ने कहा कि अगर प्रशासन हमारी मांगों पर कार्रवाई नहीं करता है, तो हम मजदूर अपनी रोजी रोटी कैसे चलायेंगे. हमारे दैनिक पारिश्रमिक श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा निर्धारित राशि से भी काफी कम है. जिसके कारण हम अपने घरेलु खर्च व बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी सही तरीके से नहीं करा पा रहे हैं. प्रकाश ने कहा कि हमारे बीच में कई कर्मी आदिम जनजाति के हैं. सरकार आदिम जनजाति को हर सुविधा मुहैया कराने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है. लेकिन सदर अस्पताल के एचएमएस कर्मियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. जबकि सदर अस्पताल में कार्यरत दैनिक मजदूर भी आदिम जनजाति के होने के बाद भी उनके प्रति अस्पताल प्रशासन व जिला प्रशासन की जवाबदेही होती है. हमारे आवेदन पर उपायुक्त व सीएस द्वारा शीघ्र कार्रवाई की जानी चाहिए. बैठक में मजदूरों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि अगर 15 दिनों के अंदर कार्रवाई नहीं होने पर सभी एचएमएस मजदूर अपने कार्यों को ठप करते हुए सदर अस्पताल में आंदोलन को बाध्य होंगे. जिसकी सारी जवाबदेही अस्पताल के सीएस व अस्पताल प्रबंधन की होगी. मौके पर जयपाल महली, संतोष गोप, सूरज गोप, सुजीत कुमार, गजेंद्र राम, अजय असुर, सुबोध कुमार, पूनम कुमारी, सुमन कुमारी, दिव्य खलखो, रीता लकड़ा, पूनम देवी, आशा देवी, अनीता बारला, रेजीना तिग्गा, झाखी असुर, फ्रांस्सिका मिंज सहित सभी मजदूर शामिल थे.