कमल व निरू की शादी सामाजिक परंपरा के विरूद्ध
कमल व निरू की शादी सामाजिक परंपरा के विरूद्ध राजी पड़हा, मूली पड़हा व पादा पड़हा ने आपत्ति जतायी.प्रतिनिधि, गुमलालोहरदगा के पूर्व विधायक कमल किशोर भगत व निरू शांति कुजूर के विवाह पर गुमला के राजी पड़हा, मूली पड़हा व पादा पड़हा ने आपत्ति जतायी है. दीवान खुदी भगत दुखी, पूर्व बेल महेश्वर उरांव व […]
कमल व निरू की शादी सामाजिक परंपरा के विरूद्ध राजी पड़हा, मूली पड़हा व पादा पड़हा ने आपत्ति जतायी.प्रतिनिधि, गुमलालोहरदगा के पूर्व विधायक कमल किशोर भगत व निरू शांति कुजूर के विवाह पर गुमला के राजी पड़हा, मूली पड़हा व पादा पड़हा ने आपत्ति जतायी है. दीवान खुदी भगत दुखी, पूर्व बेल महेश्वर उरांव व महेंद्र उरांव ने कहा है कि आदिवासी रीति-रिवाज से शादी नहीं हुई है. अगर कहा गया है कि आदिवासी परंपरा के अनुसार शादी हुई है, तो यह गलत है. आदिवासी समाज में जबतक देवठान नहीं होता है, तबतक शादी-विवाह नहीं होती है. अगर देवठान से पहले शादी होती है, तो यह सामाजिक परंपरा को तोड़ता है. कहा है कि कमल व निरू की शादी आदिवासी परंपरा के विरूद्ध हुई है. इस प्रकार की शादी से आदिवासी समाज के लोग भ्रमित होंगे. उन्होंने आदिवासी समाज के लोगों से भ्रमित न होते हुए आदिवासी परंपरा के अनुसार शादी करने की अपील की है. साथ ही समाज को धोखा देनेवाले लोगों से सावधान रहने की अपील की गयी है.