लीड ::7::: शक्षिक नहीं आते हैं स्कूल

लीड ::7::: शिक्षक नहीं आते हैं स्कूल हाल उत्क्रमित उच्च विद्यालय सेमरा का300 छात्र में से 60 उपस्थित फोटो- एलडीजीए-12 शिक्षकों की उपस्थिति पंजी, एलडीजीए-13 खेलते बच्चे, एलडीजीए-14 बगैर शिक्षक के प्रार्थना करते बच्चे. भंडरा/लोहरदगा. भंडरा प्रखंड में शिक्षा व्यवस्था में गड़बड़ी चल रही है. शिक्षक बेलगाम हो गये हैं. पदाधिकारी विद्यालयों का निरीक्षण नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2015 9:04 PM

लीड ::7::: शिक्षक नहीं आते हैं स्कूल हाल उत्क्रमित उच्च विद्यालय सेमरा का300 छात्र में से 60 उपस्थित फोटो- एलडीजीए-12 शिक्षकों की उपस्थिति पंजी, एलडीजीए-13 खेलते बच्चे, एलडीजीए-14 बगैर शिक्षक के प्रार्थना करते बच्चे. भंडरा/लोहरदगा. भंडरा प्रखंड में शिक्षा व्यवस्था में गड़बड़ी चल रही है. शिक्षक बेलगाम हो गये हैं. पदाधिकारी विद्यालयों का निरीक्षण नहीं करते. इसके कारण शिक्षक मनमानी समय पर आना-जाना करते हैं. शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालय संचालन का समय प्रात: 8 बजे से अपराह्न 2 बजे तक किये जाने के बाद शिक्षक और भी लापरवाह हो गये हैं. शिक्षक दस बजे के बाद विद्यालय आते हैं और एक बजे के पहले विद्यालय छोड़ कर चले जाते हैं. मंगलवार को उत्क्रमित उच्च विद्यालय सेमरा में पांच में से एक शिक्षक ही उपस्थित थे. बच्चे विद्यालय छोड़ कर मुखिया के पास जाकर शिकायत की. मुखिया चारों अनुपस्थित शिक्षकों की उपस्थिति काट दिये. स्कूल के सरकारी शिक्षक अनुप एक्का, दिनेश कुमार सिंह एवं पारा शिक्षक अंजू कुजूर, सुनीता कुजूर विद्यालय नहीं आये. बगैर शिक्षकों की उपस्थिति में बच्चे प्रार्थना किये. दो घंटा तक शिक्षकों का इंतजार कर बच्चे परेशान हो गये. बच्चों ने बताया कि यहां शिक्षकों की उपस्थिति हमेशा ही ऐसी ही रहती है. हम लोगों की पढ़ाई बाधित रहता है. विद्यालय के नामांकित 300 छात्रों में से मात्र 60 छात्र ही उपस्थित थे. बच्चों ने बताया कि विद्यालय में पढ़ाई नहीं होने, शिक्षक के नहीं आने के कारण बहुत बच्चे विद्यालय नहीं आते हैं. अधिकारी निरीक्षण नहीं करतेपंचायत के मुखिया सुमित उरांव बताते हैं कि यहां शिक्षा व्यवस्था बदहाल है. शिक्षकों को हिदायत देने के बाद भी सुधार नहीं करते हैं. शिक्षा विभाग के डीइओ, डीएसइ, बीइओ कभी भी विद्यालय का निरीक्षण नहीं करते हैं. इसके कारण शिक्षक बेलगाम हो गये हैं. अभिभावकों में रोषस्थानीय नागरिक हसीब अंसारी, संजीत गुप्ता व बबलू बताते हैं कि विद्यालय का संचालन शिक्षक मनमानी ढंग से कर रहे हैं. हमलोग के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक अपने बच्चों को शहर के निजी विद्यालय में पढ़ाते हैं. हम लोगों के बच्चों का भविष्य खराब किया जा रहा है.

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