लीड… संजीता एसपी व डीसी के संपर्क में थी : माओवादी
लीड… संजीता एसपी व डीसी के संपर्क में थी : माओवादी पुलिस के हाथों सिलवेस्टर को मरवाने व कुमाड़ी में हमला कराने में संजीता का हाथ थाप्रतिनिधि, गुमलाचैनपुर थाना के सिविल गांव की संजीता कुमारी की हत्या के बाद भाकपा माओवादी के सब जोनल कमेटी के प्रवक्ता दीनबंधु ने बयान दिया है. उन्होंने कहा है […]
लीड… संजीता एसपी व डीसी के संपर्क में थी : माओवादी पुलिस के हाथों सिलवेस्टर को मरवाने व कुमाड़ी में हमला कराने में संजीता का हाथ थाप्रतिनिधि, गुमलाचैनपुर थाना के सिविल गांव की संजीता कुमारी की हत्या के बाद भाकपा माओवादी के सब जोनल कमेटी के प्रवक्ता दीनबंधु ने बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि संजीता का संपर्क गुमला एसपी व डीसी के साथ था. पुलिस के कई वरीय अधिकारी उसके संपर्क में थे. क्योंकि संजीता माओवादी गतिविधि की पूरी जानकारी पुलिस तक पहुंचाती थी. वर्ष 2014 के 13 नवंबर को कुमाड़ी में पुलिस ने माओवादी पर हमला किया था. उस समय संजीता ने ही कुमाड़ी में माओवादियों के ठिकाने की जानकारी पुलिस को दी थी. सबजोनल कमांडर शहीद सिलवेस्टर कहां जाता है. क्या कर रहा है. यह सब जानकारी संजीता पुलिस तक पहुंचाती थी. इसलिए पुलिस ने सिलवेस्टर को पकड़कर मारा है. जनता व पार्टी के खिलाफ काम करने के कारण संजीता को मौत के घाट उतारा गया है. उन्होंने बताया कि संजीता को जब संगठन ने कब्जे में लिया, तो उसने पुलिस के साथ मिलकर काम करने की पूरी जानकारी दी है. उसकी रिकॉर्डिंग हमारे पास है. पुलिस के अलावा माओवादी से भागकर जेजेएमपी में शामिल हुए बागी लोगों के साथ संजीता का संपर्क सीधा था. माओवादियों की हर गतिविधि की जानकारी पुलिस तक पहुंच रही थी. इसकी जांच के बाद ही संजीता को मारा गया है. माओवादियों ने दो दिन पहले संजीता को घर से उठाकर हत्या कर दी थी. संजीता के साथ दुष्कर्म की बात से दिनबंधु ने इनकार किया है.गुमला में पोस्टमार्टम हुआ: संजीता के शव का पोस्टमार्टम गुमला सदर अस्पताल में शुक्रवार को हुआ. क्योंकि पुलिस गुरुवार को शव बरामद करने के बाद शुक्रवार को शव लेकर गुमला पहुंची. पुलिस की रिपोर्ट में दुष्कर्म की आशंका व्यक्त की गयी है.माओवादियों पर प्राथमिकी दर्ज: सिविल गांव की संजीता कुमारी की हत्या मामले में चैनपुर थाना में भाकपा माओवादी सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें सबजोनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव, मेघनाथ सिंह खेरवार, रंथू उरांव, बीरबल उरांव, बाजी खानी व एक अन्य उग्रवादी है. इन लोगों ने मृतका संजीता के भाई फन्नू मुंडा ने केस की है. दर्ज केस में कहा है कि ये सभी उग्रवादी घर में घुसे और संजीता को खींचते हुए ले गये. इसके बाद उसे गोली मारकर हत्या कर दी.