गुमला : कार्तिक उरांव महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ शशिभूषण की निर्मम हत्या की जिला कांग्रेस कमेटी ने निंदा की है. कांग्रेसियों ने प्राचार्य के परिवार के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए मामले की सच्चाई उजागर करने के लिए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. साथ ही उनके आश्रित को सरकारी नौकरी एवं समुचित मुआवजा देने की भी मांग की है.
कांग्रेसियों ने कहा है कि इस तरह का घटना यह साबित करता है कि छात्रावास अपराधी तत्व का अड्डा बना हुआ है. महाविद्यालय में स्वच्छ वातावरण के निर्माण के लिए छात्रावास को हटाया जाना चाहिए. साथ ही पुलिस पिकेट की स्थापना होनी चाहिए. निंदा करनेवालों में अध्यक्ष शिवकुमार भगत, उपाध्यक्ष मानिकचंद साहू, मुरली मनोहर प्रसाद, रमेश कुमार चीनी, हेमावती लकड़ा, पूर्व विधायक प्रो बेरनार्ड मिंज, बैरागी उरांव, अकील रहमान, मिन्हाज खान, अरुण गुप्ता, अरुण कुमार, दीपनारायण उरावं, मोहम्मद आशिक अंसारी, बॉबी भगत, अमृता भगत, माघिया उरांव, माहम्मद कलाम खान, मोहम्मद मुख्तार, मोहम्मद मिनी, चुमनू उरांव, मोहम्मद एजाज, रामेश्वरी उरांव, भैयाराम उरांव, रघुनंदन प्रसाद, जेराल्ड संजय बाड़ा, मोहम्मद शाहजहां सहित दर्जनों कांग्रेसियों के नाम शामिल हैं.
पंतजलि योग समिति ने निंदा की
गुमला. पतंजलि योग समिति गुमला ने प्राचार्य की हत्या की कड़ी निंदा की है. मामले की गहरायी से जांच करते हुए आरोपियों को पकड़ने की मांग की है. कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम करने व बिगड़ रहे माहौल को सुधारने की मांग की है. सुनील कुमार दास व भोला प्रसाद ने कहा कि डॉ शशिभूषण एक प्राचार्य होने के अलावा एक अच्छे इंसान भी थे. उनकी कमी सदा खलेगी. शोक व्यक्त करनेवालों में सुधीर कुमार पांडे, दिलीप साहू, जनार्दन भगत, अमृता पांडे, सुनीता देवी सहित कई लोग हैं.खून के धब्बे को देखने पहुंचे लोगगुमला. गुरुवार को कई लोग कॉलेज पहुंचे. वे लोग प्राचार्य के कार्यालय के पास गये. जहां बरामदे में गिरे खून के धब्बे को देखा. लोगों ने मोबाइल से फोटो भी खींचा. आज भी घटना स्थल का दृश्य नहीं बदला. सिर्फ फर्स पर खून सूखा हुआ था.